Loading...


पुष्कर में गोपालानंद जी सरस्वती के मुखारविंद से हो रही गौ कथा : जीवन के साथ भी एवं जीवन के बाद भी साथ निभान े वाला तत्त्व है गोमाता - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


 विश्व प्रसिद्ध प्रजापति ब्रह्मा जी महाराज की पुण्य भूमि में स्थित शीतल आश्रम पुष्कर में देवभूमि उत्तराखंड के देहरादून के मंगल परिवार राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल परिवार के मुख्य यजमानतत्व में 31 वर्षीय गो पर्यावरण एवं अध्यात्म चेतना पदयात्रा के प्रणेता एवं गोपाल परिवार संघ के संरक्षक ग्वाल सन्त पूज्य स्वामी गोपालानंद जी सरस्वती महाराज के मुखारविंद से सप्त दिवसीय श्रीमद गो भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर बताया कि प्रभु सृष्टि के नियंता है और वे ही सब कुछ करते है हम तो केवल निमित्त मात्र है और हम अपने धर्म पर दृढ़ रहें तो प्रभु हम पर कृपा करके हमे सत्संग रूपी प्रसाद देकर हमे संसार की सेवा करने का अवसर देते है।

स्वामी जी ने आगे बताया कि अगर मन में सेवा का भाव हो तो फिर कोई अपना पराया नहीं होता है और मारवाड़ के सत्यवादी गो सेवक वीर तेजाजी महाराज ने 950 वर्ष पूर्व निस्वार्थ भाव से गौसेवा करके हमें गौसेवा का संदेश दिया है और गौसेवा करते समय उनके मन में यश कीर्ति बढ़े यह भाव नहीं रहा लेकिन उनकी निस्वार्थ गो सेवा से ही आज हम सब गो रक्षक वीर तेजाजी महाराज को पूजते है ।

स्वामीजी ने बताया कि जहां जहां गो सेवा का क्रम घटा वहां वहां व्यवधान उत्पन्न होता आया है अर्थात जहां जहां गो घटी है वह हिस्सा सनातन से कटा है जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण कश्मीर,बंगाल , केरला जैसे राज्यों के उदाहरण हमारे सम्मुख है ।

स्वामीजी ने धन एवं धर्म दोनों को आवश्यक बताते हुए कहां कि बस दोनों का सदुपयोग हो अर्थात धन बाहर के लिए एवं धर्म अन्दर के लिए यानि धन का उपयोग सेवा कार्यों के लिए हो तो धर्म अपने आप प्रभु प्राप्ति तक पहुंचा देता है और सबसे श्रेष्ठ गो सेवा है जो जीवन के साथ भी एवं जीवन के बाद भी मनुष्य के साथ रहती है अर्थात गोमाता जीते जी हमारा भरण पौषण करती है और मरने के बाद वही हमें वैतरणी पार लगाती है क्योंकि इस चराचर जगत में केवल तीन तत्व ईश्वर,संत एवं गोमाता ये तीनों कभी हमारा साथ नहीं छोड़ते है।

द्वितीय दिवस की कथा में दरियाव रामस्नेही आश्रम से पूज्य हरजीराम जी महाराज ,संन्यास आश्रम से पूज्य महंत बबीतानंद जी महाराज,पुष्कर स्थित सिद्धेश्वर गोशाला एवं पुष्करराज गोशाला समिति के पदाधिकारियों सहित,बीमार एवं दुर्घटना गोवंश की निस्वार्थ भाव से सेवा करने वाली कायड गो सेवा टीम एवं श्री बाबा रामदेव जी आंवला कम्पनी के पदाधिकारियों सहित देश के विभिन्न राज्यों से सैकड़ों गो भक्तों एवं माता बहिनों ने भाग लिया अन्त में यजमान परिवार ने श्रीमद भागवत की आरती के बाद सभी ने भगवान का प्रसाद ग्रहण किया ।