दैनिक समाचार



जो गोसेवा में लग गया उसका मनुष्य जीवन सफल हो जाता है


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 243 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज भारत के एक क्रांतिकारी वीर जतिन्द्रनाथ मुखर्जी का जन्मदिवस है । जब उन्होंने अकेले ही तीन घंटे तक रॉयल बंगाल टाइगर से लड़ाई की और खंजर से उसे मार डाला था तब उन्हें बाघा जतिन' की उपाधि मिली थी, कॉलेज के छात्र के रूप में जतिन्द्रनाथ स्वामी विवेकानंद की आयरिश शिष्या सिस्टर निवेदिता द्वारा आयोजित एक राहत शिविर में शामिल हुए थे।
साथ ही आज भगवान कृष्ण के परम भक्त नरसी मेहता का निर्वाण दिवस है वे संसार के ऐसे व्यक्ति थे जिनके पास संपति के नाम से कुछ नहीं था लेकिन फिर भी वे संसार के सबसे धनी व्यक्ति थे यानि उनके पास राम नाम रूपी धन का अथाह भण्डार था और इसके प्रभाव से ही नरसी नानी बाई का मायरा भरने नानी बाई के यहां पहुंचे तो भगवान से भक्त का भरोसा नहीं उठे, इसलिए भगवान कृष्ण को नानी बाई का भाई बनकर भात भरना पड़ा ।

स्वामीजी ने आज की कथा में बताया कि जिन पर गो की कृपा नहीं उस पर नजर लगना स्वाभाविक है और नजर बच्चों, बड़ों को ही नहीं बल्कि मृत एवं निर्जीव को भी लग सकती है क्योंकि नकारात्मक ऊर्जा अपने प्रभाव के कारण ही होता है, जिससे दुःख, कष्ट एवं परेशानी बढ़ेगी इसलिए जो गोसेवा में लग गया उसका मनुष्य जीवन सफल हो जाता है अर्थात चौदह भुवनो को अपने तन में धारण करने वाली भगवती गोमाता अपने शरण में आए जीव का मानव जीवन सफल कर देती है।
कहां भी है कि दूसरों के लिए जीना ही जिन्दगी है बाकि अपने लिए तो श्वान एवं त्रियक योनि में जीने वाले पशु भी जीते ही है और जिन्होंने दूसरों के लिए अपना जीवन लगा दिया असल में यही जीवन है , जो दूसरों के लिए काम नहीं आया वह जीवन जीवन नहीं है ये जीवन केवल रॉबर्ट की तरह ही है यानि उससे मानव जीवन की सफलता नहीं है,मानव जीवन तो तभी सफल है,जब हम हमारे जीवन को दूसरों के लिए लगाएं ।



*गो कृपा कथा के 243 वें दिवस पर निलेश सचदेवा *Head - Nature Based Solutions Equilibrium Company से अतिथि के रूप में उपस्थित रहें और इन्होंने गो अभयारण्य प्रबंधन को भरोसा दिलाया कि शीघ्रताशीघ्र विश्व के इस गोमाता के पुण्य तीर्थ में हमारी Nature Based Solutions Equilibrium Company अभयारण्य एवं अभयारण्य क्षेत्र से जुड़े आस पास के ग्रामों के किसानो के लिए कार्बन क्रेडिट का बड़ा कार्य करेंगे"



*243 वे दिवस पर चुनरीयात्रा राजस्थान एवं मध्यप्रदेश की ओर से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 243 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के भीलवाड़ा जिले की शाहपुरा तहसील के कादेड़ा 
लक्ष्मेन्द्र सिंह - श्रीमती। नन्द कंवर बाई ने
राघवेन्द्र सिंह जी के जन्मदिन पर एवं मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले के आगर नगर के माहेश्वरी समाज के बंधुओं व सुसनेर तहसील के धतुरिया ग्राम की महिला मण्डल ने अपने परिवार के साथ सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में दवा देवी फाउंडेशन का शुभारम्भ 13 दिसंबर को


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 244 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज क्रांतिकारी भाई परमानंद जी का निर्वाण दिवस है, जो ग़दर पार्टी के संस्थापक सदस्य भी थे, जो एक भारतीय क्रांतिकारी संगठन था, जिसकी स्थापना भारतीयों द्वारा विदेशी शासन से भारतीयों को मुक्त करने के लिए की गई थी। भाई परमानंद ने ग़दर पार्टी के लिए तारीख-ए-हिंद नामक एक किताब भी लिखी थी। 
पूज्य महाराज जी ने बताया कि गायमाता को साथ रखकर ही भारत को सम्पन्न बनाया जा सकता है क्योंकि जहां गाय होगी ,वहीं सम्पन्नता होगी और जो व्यक्ति सम्पन्न होगा तभी उसमें शालीनता,सहनशीलता,विनम्रता एवं धैर्य आदि गुण आएंगे ।
    पूज्य महाराज जी ने कहां कि आज केवल लम्बी चौड़ी सड़के बना देना ही विकास मान लिया जाता है जबकि जहां तक गोमाता के संरक्षण एवं संवर्धन की बात नहीं होगी तब तक भारत की उन्नति नहीं हो सकती क्योंकि भारत के विकास की मूल भगवती गोमाता ही है और जब देश के गोधन की चिन्ता भारत एवं राज्य सरकार करने लग जाएगी तो भारत में पुनः दूध की नदिया बहने लगेगी और भारत पुनः सोने की चिड़िया बन जाएगा और गोमाता को संरक्षित एवं सुरक्षित करने के लिए देश के हर टोल पर एक गो चिकित्सालय केन्द्र एवं राज्य सरकारो को सरकारी मद से चलाना चाहिए ताकि सड़क दुर्घटना के समय घायल गो वंश का उपचार हो सके ।
   विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महा महोत्सव के 249 वें दिवस पर पूज्य स्वामी रामज्ञान तीर्थ जी महाराज की प्रेरणा एवं श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के संस्थापक परम श्रद्धेय गो ऋषि स्वामी दत्तशरणानंद जी महाराज के शुभ आशीर्वाद एवं गोपालाचार्य स्वामी गोपालानंद जी सरस्वती जी महाराज के सानिध्य में साध्वी कपिला गोपाल सरस्वती जी के नेतृत्व में 13 दिसंबर 2024 शुक्रवार को दोपहर 01 बजे *दवा देवी फाउंडेशन* नामक संस्था का शुभारम्भ होगा ।

 स्वामीजी ने बताया कि देश के अनेक युवा गौसेवा तो करते है,लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से वे उनके उपचार की व्यवस्था ठीक से नहीं कर पाते है उनकी समस्याओं के समाधान के लिए ही उक्त दवा देवी फाउंडेशन* का गठन हुआ है जो देश की दवा कम्पनियों के निर्माताओं,दानदाताओं एवं समाजसेवी संगठनों व उद्योगपतियों से CSR फंड के माध्यम से सहयोग लेकर आगामी दो वर्षों में देश के सभी गो चिकित्सालयों को नि:शुल्क दवा उपलब्ध करवाएगा, जिसका थीम *गो उपचार बिना विचार* रहेगा ।



*गो कृपा कथा के 244 वें दिवस पर सुसनेर के वरिष्ठ अधिवक्ता कन्हैया लाल कुलमी,, बडौद के अधिवक्ता दुल्हे सिंह, केवलदास वैरागी, सम्पत सिंह गुर्जर जिला परिषद सदस्य एवं छान पंचायत के मेंबर हीरा लाल सैनी आदि अतिथि उपस्थित रहें* 



*244 वे दिवस पर चुनरीयात्रा मध्यप्रदेश राजस्थान एवं महाराष्ट्र की ओर से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 244 वें दिवस पर चुनरी यात्रा इंदौर श्री हर्ष मंगलानी - श्रीमती साक्षी मंगलानी ,पाविका मंगलानी सोयत निवासी कैलाश राठौड़ - श्रीमती संतोष की सुपुत्री एवं घनश्याम राठौर सोयत वालों की भतीजी व राजस्थान के बारां जिले की अटरु तहसील के कवाई (सालपुरा ) से शान्तिबाई - राजेंद्र शर्मा एवं टोंक जिले के छान ग्राम के माली समाज की और से रामदेव ,रतिराम ,रामप्रसाद ,.कृष्ण गोपाल,पुरुषोत्तम,हीरालाल,शयोजी,संपत,
योगेश एवं सोनू व महाराष्ट्र की राजधानी मुम्बई के मलाड़ से हरिश, अनीता ,राधा विकास,पिंकी एवं राजस्थान के नवलगढ़ के रामदेव बाबा मंदिर से एवं मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले की जीरापुर तहसील के ग्राम धानोदा से सरपंच घनश्याम गुर्जर सहित ग्राम की माता बहिनें , युवा एवं पंच पटेलो ने अपने परिवार के साथ सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए 56 भोग एवं चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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सारे ग्रन्थों का सार है गोकथा*


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 241 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज विश्व मृदा दिवस,,स्वयंसेवक दिवस एवं व्यसन मुक्ति दिवस तीन दिवस है और तीनों का सम्बन्ध किसी न किसी प्रकार से भगवती गोमाता के साथ है । विश्व मृदा दिवस है और मृदा यानी मिट्टी मानव जीवन के लिए बेहद महत्वपूर्ण संसाधन है। जीवन में मिट्टी के महत्व के बारे में बताने और इसके गुणवत्ता को बचाने के लिए एवं बढ़ता प्रदूषण, कीटनाशकों के बढ़ते प्रयोग और अन्य कई कारणों से मिट्टी की गुणवत्ता गिरती जा रही है जिससे दुनिया कि मिट्टी बंजर हो रही है ,मिट्टी मर रही है और उस मृत मिट्टी में गोमाता का गोबर एवं गोमूत्र डालकर पुनः उसे जीवित कर सकते है और स्वयंसेवक दिवस पर देश के सभी व्यक्ति गोमाता की सेवा कर गोमाता से प्राप्त पंचगव्य से मिट्टी की उर्वराशक्ति को बढ़ाया जा सकता है और जिसने गो का संग कर लिया तो वह अपने आप व्यसन मुक्त हो सकता है अर्थात गायमाता एक स्वयंसेवक के माध्यम से विश्व की मृदा जो रासायनिक खाद एवं कीटनियंत्रक डालने से मृत हो गई है उसे पुनर्जीवित कर सम्पूर्ण दुनियां को व्यसन मुक्त कर सकता है,क्योंकि गायमाता का दूध सभी व्यसनों से मुक्त कर देता है ।
पूज्य महाराज जी ने बताया कि गो कथा खुद को सुनाने की कथा है ,यानि गो कथा खुद को सुनाओ, व्यथा को मिटाओ , आनन्द पाओ, परमात्मा को पा जाओ क्योंकि गो कथा सारे वेदों का,सारे उपनिषदों का,सारे पुराणों का,सारे मार्गदर्शक ग्रन्थों का,सारे लोक ग्रंथों का सार है भगवती गोमाता की कथा इसलिए इस कालिकाल में गोकथा कहना,गो कथा सुनना दोनों ही आनन्द का विषय है, इसलिए सभी कहो,सभी सुनो। गोकथा कहने के लिए कोई व्यास पीठ की जरूरत नहीं है,गोकथा कहने के लिए गोबर पीठ की आवश्यकता है ।
 स्वामीजी ने बालक की कुआं पूजन कथा में बताते हुए कहां कि गो माता के कुमुद(कंधे) में 27 नक्षत्रों का निवास है,इसलिए जिसने गोमाता की सेवा कर ली उसको किसी भी ग्रह,नक्षत्र का प्रभाव नहीं पड़ता अर्थात गोमाता सभी समस्याओं का समाधान है और हमारे धर्म ग्रंथों ने भी गोमाता में 33 कोटि देवताओं का निवास माना है इसलिए जब कोई भी पूजा हो तो उसमें गणेश पूजन के बाद गौपूजन करें उसके बाद ही अन्य पूजन करे क्योंकि गोमाता की पूजन से 33 कोटि देवताओं की पूजन हो जाती है ।




*240 वें दिवस पर राजस्थान के राजसमंद जिले के पिपलिया डोडियांन की सरपंच श्रीमती सन्तोष बाई प्रजापत अतिथि उपस्थित रहें *
*आगर विधायक मधु गहलोत के पुत्र कुंवर लक्की सिंह के विवाहोत्सव के शुभावसार पर आगर जिले के प्रभारी मंत्री नागर सिंह जी एवं गो अभयारण्य प्रबंधक शिवराज शर्मा,पूनम सिंह एवं राजेन्द्र विश्वकर्मा ने विवाह की मंगल वैला पर गोमाता की छवि देकर पुत्र के विवाह की शुभकामनाएं दी*



*241 वे दिवस पर चुनरीयात्रा राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 241 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के राजसमंद। के भामाखेड़ा से श्री बालाजी ग्रुप महिला मंडल एवं श्रीमती सन्तोष बाई प्रजापत सरपंच पिपलिया डोडियांन (राजसमंद) ने अपने परिवार के साथ सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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शक्ति के साथ सतोगुण हेतु सेना की कैंटीन में गो दुग्ध एवं गोघृत उपलब्ध कराएं सरकार


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 240 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि देश की समुद्री सीमाओं की रक्षा करने और इसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में भारतीय नौसेना के वीरतापूर्ण प्रयासों और बलिदानों का सम्मान करने के लिए आज भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाता है और यह सौभाग्य की बात है कि जिन महापुरुष ने नौसेना दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था वे भी गोपाल राव थे जिनके नेतृत्त्व में 04 दिसम्बर 1971 को भारतीय नौसेना ने पाकिस्तानी सेना को हराया था और उसी याद में नौसेना दिवस मनाया जा रहा है ।
स्वामीजी ने बताया कि किसी भी युद्ध को जीतने के लिए शक्ति के साथ सात्विकता हो तो उसका फल कई गुणा होता है इसलिए नौसेना दिवस पर हम भारत सरकार से आग्रह करते है कि सेना की कैंटीन पर वेदलक्षणा गोमाता का दूध एवं घी उपलब्ध करवाना चाहिए और शासन सेना की सभी कैंटीन में दूध एवं घी की आपूर्ति के श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा को बताएगा तो पथमेड़ा गोमाता के दूध एवं घी की व्यवस्था करेगा। 
पूज्य महाराज जी ने रघुवंश में गोदान के महत्व को बताते हुए बताया कि रघुवंशकुल में हमेशा गौसेवा रही है और राजा दशरथ की मृत्यु के समय 12 वें दिन में गोदान किया और जब भगवान राम वनवास से वापिस लौटे तो उनके राजतिलक से पूर्व एक लाख गोमाताओ ब्राह्मणों को दान में दी और भगवान राम ने तो अपने भ्राता भरत को कहां है कि गोमाता के बिना राष्ट्र रक्षा नहीं हो सकती ।
   स्वामीजी ने बताया कि जिनके जीवन में गौसेवा रहती है और वह गोदान करता है तो उसे हजारों वर्ष तक गोलोकधाम में निवास मिलने के बाद उसे स्वर्ग में भगवान राम के धाम में निवास मिलता है। 
स्वामीजी ने रूपए दान से अधिक सेवा दान का महत्त्व बताते हुए कहां कि अगर किसी के पास पैसा नहीं हो तो चलेगा लेकिन वह समय दान करता है तो उसे उसका कई गुणा फल मिलता है इसलिए हर व्यक्ति को समय निकालकर पास की गोशाला में जाकर गोसेवा करनी चाहिए ।



*240 वें दिवस पर बागड़ क्षेत्र के पूज्य कांतिलाल जी महाराज एवं उनके साथ धूनीधाम के अनेक पूज्य संत पधारे एवं श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के प्रबन्ध न्यासी अम्बालाल सुथार एवं मेवाड़ से गोपाल परिवार का प्रतिनिधित्व कर रहें गोपाल तेली आकोला एवं बंशीलाल तेली कानोड़ अतिथि उपस्थित रहें *



*240 वे दिवस पर चुनरीयात्रा राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 240 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के मेवाड़ से गोपाल परिवार का प्रतिनिधित्व कर रहें गोपाल तेली व कालू लाल आकोला एवं बंशीलाल तेली एवं झालावाड़ जिले की पिड़ावा तहसील के सारखेड़ी ग्राम की महिला मण्डल की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए अमावस्या के पुण्य दिवस पर गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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पर्यावरण प्रदूषण नियन्त्रण का सबसे बड़ा माध्यम गोमाता ही है*-


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 238 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने जैन मुनि दर्शन सागर जी महाराज के गोलोक गमन पर श्रद्धांजलि देते हुए बताया कि पूज्य महाराज जी का जीवन दर्शन एवं फिलोशॉपी सनातन समाज को युगों युगों तक प्रेरणा देती रहेगी ।
पूज्य स्वामीजी ने कहा कि आज राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस है, और भोपाल गैस त्रासदी जैसी कोई घटना पुनः न हो जिसके कारण से कही लोग अपनी जान गंवा चुके थे । प्रदूषण दुनिया भर में एक बहुत बड़ी समस्या है और भारत के राष्ट्रीय स्वास्थ्य पोर्टल की रिपोर्ट के अनुसार, वायु प्रदूषण के कारण दुनिया भर में हर साल लगभग 7 मिलियन लोग मरते हैं। प्रदूषण किसी भी पदार्थ, जैसे ठोस, तरल, गैस, या किसी भी प्रकार की ऊर्जा जैसे गर्मी, ध्वनि, आदि का पर्यावरण में शामिल होना है और प्रदूषण के लिए कई कारक जिम्मेदार हैं जैसे पटाखे फोड़ना, कार्बन उत्सर्जन, बम विस्फोट, गैस रिसाव और उसके समाधान के लिए सबसे श्रेष्ठ माध्यम भगवती गोमाता है क्योंकि भगवती गोमाता की श्वास से निकली हुई पवित्र वायु एवं उसके रंभाने से निकली पवित्र ध्वनि आस पास के वातावरण को स्वत: ही शुद्ध कर देती है इसलिए *शासन को प्रदूषण पर नियंत्रण करना है तो भारत के प्रत्येक जिले में एक हजार बीघा भूमि पर गोशाला खोल देनी चाहिए ताकि उनकी पवित्र श्वास, गोबर,गोमूत्र से सम्पूर्ण वायुमंडल शुद्ध होकर प्रत्येक प्राणी को प्रदूषण से बचाया जा सकता है* और पूज्य महाराज जी ने संजीवन परिवार जो कार्बन कंट्रोल पर ही कार्य कर कार्बन का उत्सर्ग कम हो इसके लिए वृक्षारोपण का जो पवित्र कार्य कर रह है उसके लिए संपूर्ण संजीवन परिवार का आभार जताया और साथ ही सबसे आग्रह किया कि नदियों के तट, पहाड़ों की तलहटी,सरोवर के किनारे गोमाता के लिए सुरक्षित छोड़ दे तो प्रदूषण अपने आप घटने लग जाएगा।
 स्वामीजी ने बताया कि आज विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस भी है हालांकि कम्प्यूटर विकास की दृष्टि से श्रेष्ठ है लेकिन इसके दुष्परिणाम भी खूब हुए है जिसमें सबसे बड़ी भूमिका मोबाईल की रही है अर्थात जब से मोबाईल आया है तब से रिश्ते नाते सब खत्म हो गए है और जिस दिन नेटवर्क नहीं आएं या मोबाईल की बैटरी ख़त्म हो जाएं तो उस दिन ऐसा बीतता है जैसे परिवार में किसी के चले जाने से दुःख होता है उससे कहीं गुणा दुःख उस मोबाईल धारक को होता है और अब तो सब को विचार करना होगा कि जिस प्रकार हम किसी ग्रह दोष निवारण के लिए किसी दिन वार विशेष पर व्रत उपवास करते है उसी प्रकार कम से कम महीने में एक दिन मोबाईल बंद रखने का व्रत रखना होगा क्योंकि मोबाईल आप नहीं चला रहें बल्कि वह आपको चला रहन है और यह छोटा सा यंत्र मनुष्य के नरक एवं यमलोक तक पहुंचाने का साधन बन चुका है और कम्प्यूटर साक्षरता दिवस पर पूज्य महाराज जी ने सभी से अपील की कि अत्याधुनिक उपकरणों का कम से कम उपयोग किया जाएं ।
 आज की गो कृपा कथा में पूज्य महाराज जी ने बालक के सूरज पूजन में गोमाता की भूमिका के बारे में बताते हुए कहां कि गोमाता का अनुशरण करने से अपने आप विचार बदल जाता है और गोमाता की पूछ में सूर्य शक्ति के कारण उसके झाड़े से बालक के लगे अभिचार(तन्त्र मंत्र) के दुष्प्रभाव को जला देती है।


*238 वें दिवस पर पर्यावरण क्षेत्र में कार्य कर रहें संजीवन परिवार के घनश्याम ईश्वर सिंह गढ़वी पालनपुर अतिथि उपस्थित रहे*

*238 वे दिवस पर चुनरीयात्रा मध्यप्रदेश एवं राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 238 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले की सुसनेर तहसील के श्यामपुरा ग्राम के सरस्वती शिशु मंदिर के सेंकड़ों बालक बालिकाओं ने विद्यालय के प्रधानाचार्य गंगाराम व्यास, कार्यालय प्रमुख लाल सिंह, सह कार्यालय प्रमुख हैमसिंह, गोकुल सिंह, शहजाद, पवन,श्याम ,, बहादुर सिंह,, कमल, गोविन्द आदि आचार्यों के नेतृत्व में एवं राजस्थान के झालावाड़ जिले की पचपहाड़ तहसील के जीजणी ग्राम की महिला मण्डल की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए अमावस्या के पुण्य दिवस पर गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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समस्त दानो में गोदान सर्वश्रेष्ठ दान है*


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 239 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद जी का जन्मदिवस है भारत गणराज्य के प्रथम राष्ट्रपति एवं महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। वे भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से थे; और उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने भारत गणराज्य का संविधान दिया था। राष्ट्रपति होने के अतिरिक्त उन्होंने भारत के पहले मंत्रिमंडल में 1946 एवं 1947 मेें कृषि और खाद्यमंत्री का दायित्व भी निभाया था। सम्मान से उन्हें प्रायः 'राजेन्द्र बाबू' कहकर पुकारा जाता है।
   हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की पुण्य तिथि पर पूज्य। महाराज जी ने श्रद्धांजलि दी 
पूज्य महाराज जी ने बताया कि पूज्य सदगुरुदेव भगवान की आज्ञानुसार भारत के गांव गांव में भगवती गोमाता की महिमा जन जन तक पहुंचाने के लिए निकाली गई 31 वर्षीय गो पर्यावरण एवं अध्यात्म चेतना पद यात्रा को 12 वर्ष पूर्ण हो चुके है और कल से 13 वर्ष प्रारम्भ हो जाएगा और अभी 03 पदयात्रा मध्यप्रदेश में ही चल रही है 

पूज्य महाराज जी ने कथा में गो दान का महत्व बताते हुए बताया कि अगर कोई व्यक्ति गो सेवी गो भक्त ब्राह्मण देवता को एक गाय माता दे तो पर भी 1000 गोमाता दान देने का पुण्य प्राप्त होता है । अगर ऐसे विप्र नहीं मिले तो जिस गोशाला में नित्य गोमाता जी का पूजन अर्चन होता है,गोमाता की मातृत्व भाव से सेवा होती हो ऐसी गोशाला में आवश्यकता अनुसार दान करने से गोदान का पुण्य प्राप्त हो जाता है।
समस्त दानो में गोदान सर्वश्रेष्ठ है। कथा में रघुवंशी राजाओं के गो दान का वर्णन गुरुदेव ने बताया रघुवंशी सभी राजाओं ने गो दान किया था ।

*239 वे दिवस पर चुनरीयात्रा मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 239 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले की सुसनेर तहसील के बड़ा देहरिया ग्राम की महिला मण्डल की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए अमावस्या के पुण्य दिवस पर गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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