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दैनिक समाचार



सारे ग्रन्थों का सार है गोकथा*


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 241 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज विश्व मृदा दिवस,,स्वयंसेवक दिवस एवं व्यसन मुक्ति दिवस तीन दिवस है और तीनों का सम्बन्ध किसी न किसी प्रकार से भगवती गोमाता के साथ है । विश्व मृदा दिवस है और मृदा यानी मिट्टी मानव जीवन के लिए बेहद महत्वपूर्ण संसाधन है। जीवन में मिट्टी के महत्व के बारे में बताने और इसके गुणवत्ता को बचाने के लिए एवं बढ़ता प्रदूषण, कीटनाशकों के बढ़ते प्रयोग और अन्य कई कारणों से मिट्टी की गुणवत्ता गिरती जा रही है जिससे दुनिया कि मिट्टी बंजर हो रही है ,मिट्टी मर रही है और उस मृत मिट्टी में गोमाता का गोबर एवं गोमूत्र डालकर पुनः उसे जीवित कर सकते है और स्वयंसेवक दिवस पर देश के सभी व्यक्ति गोमाता की सेवा कर गोमाता से प्राप्त पंचगव्य से मिट्टी की उर्वराशक्ति को बढ़ाया जा सकता है और जिसने गो का संग कर लिया तो वह अपने आप व्यसन मुक्त हो सकता है अर्थात गायमाता एक स्वयंसेवक के माध्यम से विश्व की मृदा जो रासायनिक खाद एवं कीटनियंत्रक डालने से मृत हो गई है उसे पुनर्जीवित कर सम्पूर्ण दुनियां को व्यसन मुक्त कर सकता है,क्योंकि गायमाता का दूध सभी व्यसनों से मुक्त कर देता है ।
पूज्य महाराज जी ने बताया कि गो कथा खुद को सुनाने की कथा है ,यानि गो कथा खुद को सुनाओ, व्यथा को मिटाओ , आनन्द पाओ, परमात्मा को पा जाओ क्योंकि गो कथा सारे वेदों का,सारे उपनिषदों का,सारे पुराणों का,सारे मार्गदर्शक ग्रन्थों का,सारे लोक ग्रंथों का सार है भगवती गोमाता की कथा इसलिए इस कालिकाल में गोकथा कहना,गो कथा सुनना दोनों ही आनन्द का विषय है, इसलिए सभी कहो,सभी सुनो। गोकथा कहने के लिए कोई व्यास पीठ की जरूरत नहीं है,गोकथा कहने के लिए गोबर पीठ की आवश्यकता है ।
 स्वामीजी ने बालक की कुआं पूजन कथा में बताते हुए कहां कि गो माता के कुमुद(कंधे) में 27 नक्षत्रों का निवास है,इसलिए जिसने गोमाता की सेवा कर ली उसको किसी भी ग्रह,नक्षत्र का प्रभाव नहीं पड़ता अर्थात गोमाता सभी समस्याओं का समाधान है और हमारे धर्म ग्रंथों ने भी गोमाता में 33 कोटि देवताओं का निवास माना है इसलिए जब कोई भी पूजा हो तो उसमें गणेश पूजन के बाद गौपूजन करें उसके बाद ही अन्य पूजन करे क्योंकि गोमाता की पूजन से 33 कोटि देवताओं की पूजन हो जाती है ।




*240 वें दिवस पर राजस्थान के राजसमंद जिले के पिपलिया डोडियांन की सरपंच श्रीमती सन्तोष बाई प्रजापत अतिथि उपस्थित रहें *
*आगर विधायक मधु गहलोत के पुत्र कुंवर लक्की सिंह के विवाहोत्सव के शुभावसार पर आगर जिले के प्रभारी मंत्री नागर सिंह जी एवं गो अभयारण्य प्रबंधक शिवराज शर्मा,पूनम सिंह एवं राजेन्द्र विश्वकर्मा ने विवाह की मंगल वैला पर गोमाता की छवि देकर पुत्र के विवाह की शुभकामनाएं दी*



*241 वे दिवस पर चुनरीयात्रा राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 241 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के राजसमंद। के भामाखेड़ा से श्री बालाजी ग्रुप महिला मंडल एवं श्रीमती सन्तोष बाई प्रजापत सरपंच पिपलिया डोडियांन (राजसमंद) ने अपने परिवार के साथ सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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शक्ति के साथ सतोगुण हेतु सेना की कैंटीन में गो दुग्ध एवं गोघृत उपलब्ध कराएं सरकार


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 240 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि देश की समुद्री सीमाओं की रक्षा करने और इसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में भारतीय नौसेना के वीरतापूर्ण प्रयासों और बलिदानों का सम्मान करने के लिए आज भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाता है और यह सौभाग्य की बात है कि जिन महापुरुष ने नौसेना दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था वे भी गोपाल राव थे जिनके नेतृत्त्व में 04 दिसम्बर 1971 को भारतीय नौसेना ने पाकिस्तानी सेना को हराया था और उसी याद में नौसेना दिवस मनाया जा रहा है ।
स्वामीजी ने बताया कि किसी भी युद्ध को जीतने के लिए शक्ति के साथ सात्विकता हो तो उसका फल कई गुणा होता है इसलिए नौसेना दिवस पर हम भारत सरकार से आग्रह करते है कि सेना की कैंटीन पर वेदलक्षणा गोमाता का दूध एवं घी उपलब्ध करवाना चाहिए और शासन सेना की सभी कैंटीन में दूध एवं घी की आपूर्ति के श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा को बताएगा तो पथमेड़ा गोमाता के दूध एवं घी की व्यवस्था करेगा। 
पूज्य महाराज जी ने रघुवंश में गोदान के महत्व को बताते हुए बताया कि रघुवंशकुल में हमेशा गौसेवा रही है और राजा दशरथ की मृत्यु के समय 12 वें दिन में गोदान किया और जब भगवान राम वनवास से वापिस लौटे तो उनके राजतिलक से पूर्व एक लाख गोमाताओ ब्राह्मणों को दान में दी और भगवान राम ने तो अपने भ्राता भरत को कहां है कि गोमाता के बिना राष्ट्र रक्षा नहीं हो सकती ।
   स्वामीजी ने बताया कि जिनके जीवन में गौसेवा रहती है और वह गोदान करता है तो उसे हजारों वर्ष तक गोलोकधाम में निवास मिलने के बाद उसे स्वर्ग में भगवान राम के धाम में निवास मिलता है। 
स्वामीजी ने रूपए दान से अधिक सेवा दान का महत्त्व बताते हुए कहां कि अगर किसी के पास पैसा नहीं हो तो चलेगा लेकिन वह समय दान करता है तो उसे उसका कई गुणा फल मिलता है इसलिए हर व्यक्ति को समय निकालकर पास की गोशाला में जाकर गोसेवा करनी चाहिए ।



*240 वें दिवस पर बागड़ क्षेत्र के पूज्य कांतिलाल जी महाराज एवं उनके साथ धूनीधाम के अनेक पूज्य संत पधारे एवं श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के प्रबन्ध न्यासी अम्बालाल सुथार एवं मेवाड़ से गोपाल परिवार का प्रतिनिधित्व कर रहें गोपाल तेली आकोला एवं बंशीलाल तेली कानोड़ अतिथि उपस्थित रहें *



*240 वे दिवस पर चुनरीयात्रा राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 240 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के मेवाड़ से गोपाल परिवार का प्रतिनिधित्व कर रहें गोपाल तेली व कालू लाल आकोला एवं बंशीलाल तेली एवं झालावाड़ जिले की पिड़ावा तहसील के सारखेड़ी ग्राम की महिला मण्डल की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए अमावस्या के पुण्य दिवस पर गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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पर्यावरण प्रदूषण नियन्त्रण का सबसे बड़ा माध्यम गोमाता ही है*-


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 238 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने जैन मुनि दर्शन सागर जी महाराज के गोलोक गमन पर श्रद्धांजलि देते हुए बताया कि पूज्य महाराज जी का जीवन दर्शन एवं फिलोशॉपी सनातन समाज को युगों युगों तक प्रेरणा देती रहेगी ।
पूज्य स्वामीजी ने कहा कि आज राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस है, और भोपाल गैस त्रासदी जैसी कोई घटना पुनः न हो जिसके कारण से कही लोग अपनी जान गंवा चुके थे । प्रदूषण दुनिया भर में एक बहुत बड़ी समस्या है और भारत के राष्ट्रीय स्वास्थ्य पोर्टल की रिपोर्ट के अनुसार, वायु प्रदूषण के कारण दुनिया भर में हर साल लगभग 7 मिलियन लोग मरते हैं। प्रदूषण किसी भी पदार्थ, जैसे ठोस, तरल, गैस, या किसी भी प्रकार की ऊर्जा जैसे गर्मी, ध्वनि, आदि का पर्यावरण में शामिल होना है और प्रदूषण के लिए कई कारक जिम्मेदार हैं जैसे पटाखे फोड़ना, कार्बन उत्सर्जन, बम विस्फोट, गैस रिसाव और उसके समाधान के लिए सबसे श्रेष्ठ माध्यम भगवती गोमाता है क्योंकि भगवती गोमाता की श्वास से निकली हुई पवित्र वायु एवं उसके रंभाने से निकली पवित्र ध्वनि आस पास के वातावरण को स्वत: ही शुद्ध कर देती है इसलिए *शासन को प्रदूषण पर नियंत्रण करना है तो भारत के प्रत्येक जिले में एक हजार बीघा भूमि पर गोशाला खोल देनी चाहिए ताकि उनकी पवित्र श्वास, गोबर,गोमूत्र से सम्पूर्ण वायुमंडल शुद्ध होकर प्रत्येक प्राणी को प्रदूषण से बचाया जा सकता है* और पूज्य महाराज जी ने संजीवन परिवार जो कार्बन कंट्रोल पर ही कार्य कर कार्बन का उत्सर्ग कम हो इसके लिए वृक्षारोपण का जो पवित्र कार्य कर रह है उसके लिए संपूर्ण संजीवन परिवार का आभार जताया और साथ ही सबसे आग्रह किया कि नदियों के तट, पहाड़ों की तलहटी,सरोवर के किनारे गोमाता के लिए सुरक्षित छोड़ दे तो प्रदूषण अपने आप घटने लग जाएगा।
 स्वामीजी ने बताया कि आज विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस भी है हालांकि कम्प्यूटर विकास की दृष्टि से श्रेष्ठ है लेकिन इसके दुष्परिणाम भी खूब हुए है जिसमें सबसे बड़ी भूमिका मोबाईल की रही है अर्थात जब से मोबाईल आया है तब से रिश्ते नाते सब खत्म हो गए है और जिस दिन नेटवर्क नहीं आएं या मोबाईल की बैटरी ख़त्म हो जाएं तो उस दिन ऐसा बीतता है जैसे परिवार में किसी के चले जाने से दुःख होता है उससे कहीं गुणा दुःख उस मोबाईल धारक को होता है और अब तो सब को विचार करना होगा कि जिस प्रकार हम किसी ग्रह दोष निवारण के लिए किसी दिन वार विशेष पर व्रत उपवास करते है उसी प्रकार कम से कम महीने में एक दिन मोबाईल बंद रखने का व्रत रखना होगा क्योंकि मोबाईल आप नहीं चला रहें बल्कि वह आपको चला रहन है और यह छोटा सा यंत्र मनुष्य के नरक एवं यमलोक तक पहुंचाने का साधन बन चुका है और कम्प्यूटर साक्षरता दिवस पर पूज्य महाराज जी ने सभी से अपील की कि अत्याधुनिक उपकरणों का कम से कम उपयोग किया जाएं ।
 आज की गो कृपा कथा में पूज्य महाराज जी ने बालक के सूरज पूजन में गोमाता की भूमिका के बारे में बताते हुए कहां कि गोमाता का अनुशरण करने से अपने आप विचार बदल जाता है और गोमाता की पूछ में सूर्य शक्ति के कारण उसके झाड़े से बालक के लगे अभिचार(तन्त्र मंत्र) के दुष्प्रभाव को जला देती है।


*238 वें दिवस पर पर्यावरण क्षेत्र में कार्य कर रहें संजीवन परिवार के घनश्याम ईश्वर सिंह गढ़वी पालनपुर अतिथि उपस्थित रहे*

*238 वे दिवस पर चुनरीयात्रा मध्यप्रदेश एवं राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 238 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले की सुसनेर तहसील के श्यामपुरा ग्राम के सरस्वती शिशु मंदिर के सेंकड़ों बालक बालिकाओं ने विद्यालय के प्रधानाचार्य गंगाराम व्यास, कार्यालय प्रमुख लाल सिंह, सह कार्यालय प्रमुख हैमसिंह, गोकुल सिंह, शहजाद, पवन,श्याम ,, बहादुर सिंह,, कमल, गोविन्द आदि आचार्यों के नेतृत्व में एवं राजस्थान के झालावाड़ जिले की पचपहाड़ तहसील के जीजणी ग्राम की महिला मण्डल की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए अमावस्या के पुण्य दिवस पर गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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समस्त दानो में गोदान सर्वश्रेष्ठ दान है*


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 239 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद जी का जन्मदिवस है भारत गणराज्य के प्रथम राष्ट्रपति एवं महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। वे भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से थे; और उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने भारत गणराज्य का संविधान दिया था। राष्ट्रपति होने के अतिरिक्त उन्होंने भारत के पहले मंत्रिमंडल में 1946 एवं 1947 मेें कृषि और खाद्यमंत्री का दायित्व भी निभाया था। सम्मान से उन्हें प्रायः 'राजेन्द्र बाबू' कहकर पुकारा जाता है।
   हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की पुण्य तिथि पर पूज्य। महाराज जी ने श्रद्धांजलि दी 
पूज्य महाराज जी ने बताया कि पूज्य सदगुरुदेव भगवान की आज्ञानुसार भारत के गांव गांव में भगवती गोमाता की महिमा जन जन तक पहुंचाने के लिए निकाली गई 31 वर्षीय गो पर्यावरण एवं अध्यात्म चेतना पद यात्रा को 12 वर्ष पूर्ण हो चुके है और कल से 13 वर्ष प्रारम्भ हो जाएगा और अभी 03 पदयात्रा मध्यप्रदेश में ही चल रही है 

पूज्य महाराज जी ने कथा में गो दान का महत्व बताते हुए बताया कि अगर कोई व्यक्ति गो सेवी गो भक्त ब्राह्मण देवता को एक गाय माता दे तो पर भी 1000 गोमाता दान देने का पुण्य प्राप्त होता है । अगर ऐसे विप्र नहीं मिले तो जिस गोशाला में नित्य गोमाता जी का पूजन अर्चन होता है,गोमाता की मातृत्व भाव से सेवा होती हो ऐसी गोशाला में आवश्यकता अनुसार दान करने से गोदान का पुण्य प्राप्त हो जाता है।
समस्त दानो में गोदान सर्वश्रेष्ठ है। कथा में रघुवंशी राजाओं के गो दान का वर्णन गुरुदेव ने बताया रघुवंशी सभी राजाओं ने गो दान किया था ।

*239 वे दिवस पर चुनरीयात्रा मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 239 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले की सुसनेर तहसील के बड़ा देहरिया ग्राम की महिला मण्डल की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए अमावस्या के पुण्य दिवस पर गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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भारत के प्रत्येक सनातनी मन्दिर में गोशाला अवश्य होनी चाहिए


On Fri, 29 Nov, 2024, 13:05 Shiv Pathmeda, wrote:
* .................................….....*- स्वामी गोपालानंद सरस्वती

सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 235 वे दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने 

कथा के 235 वें दिवस पर .…............. अतिथियों का बहुमान किया।
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भारतीय संस्कृति के मूल प्राण गोमाता का वध भारत में कब रुकेगा*-


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 235 वे दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने प्रसूति स्नान/सूतिका स्नान में गोमाता की भूमिका के बारे में बताते हुए कहां कि बच्चे के गर्भावस्था से लेकर उसके पूरे जीवन में गोमाता की महत्ती भूमिका है लेकिन सूतिका स्नान के समय तो गोमाता के गोबर एवं गोमूत्र की बहुत बड़ी भूमिया है अर्थात गोमाता का गोबर एवं गोमूत्र एंटीबायोटिक के रूप में नवजात बच्चे एवं प्रसूता नारी के सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करता है लेकिन आजकल की आजकल कि तथाकथित पढ़ी लिखी माता बहिनें गोमाता के गोबर एवं गोमूत्र से घृणा करती है जिसके दुष्प्रभाव से जच्चा एवं बच्चा हमेशा रुग्ण ही रहते है ।
स्वामीजी ने गोबर के बारे में बताते हुए कहां कि इस संसार में केवल गोबर ही ऐसा पदार्थ है जो भले ही गायमाता के मल के रूप में प्राप्त होता है फिर भी इस सृष्टि की सबसे पवित्र वस्तु है जो अपवित्र जगह को भी उससे लीपने पर पवित्र हो जाती है और गोबर खतरनाक रेडीशियन को भी रोकता है और भगवान शंकर एवन माता पार्वती के पुत्र गणेश जी महाराज एवं शिवजी को चढ़ने वाले बिल्वपत्र की उत्पत्ति भी गायमाता के गोबर से ही हुई है और जब गोमूत्र एवं गोबर दोनों आपसे मिल जाते है तो इनकी शक्ति कही गुणा बढ़ जाती है । 
    

पूज्य स्वामीजी ने दुःख प्रकट करते हुए बताया कि गोपाल कृष्ण की भूमि पर गोमाता कटे यह दुःख हमें कहां तक झेलना पड़ेगा जिसका एक दु:खद समाचार वृन्दावन से पधारे गो प्रेमी सन्त गोपेश कृष्ण बाबा ने बताया कि अभी अभी कुछ दिनों पूर्व उत्तरप्रदेश के मेरठ क्षेत्र में चलने वाले कत्लखानो से सैकड़ों टन गोमांस दादरी के कोल्ड स्टोरेज में पकड़ा गया जिसमें पैकिंग में तो लिखा था बफैलो बीफ लेकिन जब लैबोरेट्री जांच करवाई तो पता चला कि ये छोटे छोटे लगभग 10,000 बछड़े बछड़ियों का मांस था और यह भी तब पता चला जब उस प्रदेश के मुखिया एक गोभक्त संन्यासी है नहीं तो मामला कभी का रफ़ा दफा हो जाता । यानि जो गायमाता भारत की संस्कृति का प्राण है उसका सरेआम कत्ल हो रहा है यह सनातन के लिए कलंक है अर्थात एक और तो हम भगवान राम कृष्ण की भूमि में जन्म लेने का गर्व महसूस करते है ,लेकिन दूसरी और 33 कोटि देवी देवताओ को अपने शरीर में धारण करने वाली भगवती गोमाता की नित्य हत्या हो रही है जो पुण्य भूमि भारत के लिए कलंक है इसके लिए पूज्य स्वामीजी ने देश के सभी धर्मावलंबियों,राजनैतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने वाले श्रेष्ठिजनों से अपील की भारत भूमि में गोमाता का वध न हो इसके लिए कठोर कानून बने इसके लिए सभी को एकजुट होकर संगठित होने की आवश्यकता है । 
  

एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 234 वे दिवस पर लक्ष्मण मन्दिर गोवर्धन जी से पूज्य अशोक नारायण दास जी महाराज निर्माणी अखाड़ा , पीपाधाम के पीठाधीश्वर पूज्य महामंडलेश्वर झनकेश्वर दास जी महाराज गागरोन (झालावाड़) एवं पूज्य गोपेश कृष्ण जी महाराज वृन्दावनधाम का पदार्पण कर संपूर्ण गो अभयारण्य की परिक्रमा करके भारत में गौहत्या पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगे इसके लिए ग्वालसंत पूज्य गोपालानंद सरस्वती जी से मंत्रणा की ।

*235 वे दिवस पर चुनरीयात्रा मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले की ओर से *
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 235 वें दिवस पर आगर मालवा जिले के सुसनेर नगर के माली मोहल्ला निवासी निखिल गायरी के पुत्र अंकित के जन्मदिवस पर अंकित की दादी ने अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी एवं गुड एवं बांटा लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।

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