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दैनिक समाचार



गोमाता के संरक्षण से ही भारत सोने की चिड़िया कहलाता था* -पूज्य स्वामी देवचरणदास स्वामीनारायण सम्प्रदाय


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 276 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने गोबर की महिमा का वर्णन करते हुए बताया कि भारत में जब मुगलकाल था उस समय गो हत्या पर पूर्ण प्रतिबन्ध था, अंग्रेजो के काल में कुछ गौहत्या होती थी लेकिन आजादी के समय तो गो हत्या को इतना बढ़ावा मिला कि आज प्रतिदिन 80 हजार गोवंश नित्य कट रहा है और भारत के सभी मत पंथ,सम्प्रदायों से आह्वान किया कि गोमाता की राजेश हम सभी संगठित होकर भारत की रीढ़ गोमाता के संरक्षण में जुटे।

*276 वें दिवस पर स्वामीनारायण सम्प्रदाय के पूज्य सन्त देवचरणदास जी महाराज ने अपने आशीर्वचन में बताया कि गोभक्ति ऐसी भक्ति है जिससे कभी थकान नहीं होती है बल्कि आनन्द की अनुभूति होती है और वह भक्ति निष्काम भाव से हो तो कामधेनु मैया। कोई कमी नहीं आने देती है और त्रेतायुग में तो भगवान राम सूर्यवंशी गौत्र से थे और अपने पीछे सूर्यवंशी लगा सकते थे लेकिन उन्होंने अपने आपको रघुकुल वंशी माना क्योंकि उनके पूर्वज राजा रघु भगवती नंदिनी गोमाता की कृपा से इस धरती पर अवतरित हुए है इसलिए उनके गौत्र से ही गौसेवा दृष्टिगोचर होती है इसी प्रकार कन्हैया तो गोपालक वंश यदुवंश में प्रकट होकर उन्होंने गौसेवा का पथ दिखाया है और इसलिए स्वामीनारायण सम्प्रदाय के जितने भी संस्थान है उन सभी संस्थानों में गौसेवा के प्रकल्प है और विश्व के इस प्रथम गो अभयारण्य से पूज्य स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी ने गोरक्षार्थ जो एकादश आयाम का शुभारंभ किया है उसके लिए स्वामीनारायण संस्थान पूरा सहयोग करेगा क्योंकि गाय मनुष्य भी श्रेष्ठ है इसलिए तो भगवान परशुराम ने गो हत्यारों का इस धरा से नामोनिशान मिटाया ।
स्वामीजी ने आगे बताया कि इस संसार में मानवता को बचाने का एक मात्र माध्यम भगवती गोमाता ही है और गाय ही ऐसा माध्यम है जो सभी को एक मंच में ला सकती है और उसके लिए प्रत्येक सनातनी को गोमाता को दूध की जगह उसके गोमूत्र एवं गोबर जैसी अमूल्य निधि को पहचानने की जरूरत है क्योंकि भारत को सोने की चिड़िया कहलाने का मूल आधार गोमाता ही रहा है * 

*गुजरात से स्वामीनारायण संस्थान भुज से पूज्य देव चरण दास जी महाराज, पूज्य श्रीजीनंद जी महाराज ,पूज्य ब्रजबिहारी दास जी महाराज एवं रामजी भाई बडगांव, रवजी भाई वापी व नरेन्द्र भाई आनंद एवं सुसनेर नगर से राणा चितरंजन सिंह ,सरदार सिंह, राकेश कानूड़िया पार्षद ,ललित मोदी,विष्णु पाटीदार,फकीर मोहम्मद खान नेताजी, पप्पू कुरैशी, कयूम खान नगर अध्यक्ष कांग्रेस, मोसीन भाई, दीपक राठौर पत्रकार ,जुगल किशोर खंडेलवाल नलखेड़ा
आदि अतिथि उपस्थित रहें*
*सुसनेर नगर से पधारे पत्रकार एवं समाजसेवियों ने सुसनेर नगर के निराश्रित गोवंश को गो अभयारण्य लाने के लिए उनकी छाया व्यवस्था के लिए प्रति व्यक्ति एक चद्दर एक पाइप जिसका खर्च 2100 रुपए के 1100 भामाशाह के माध्यम से संग्रह कर मकर संक्रांति के पुण्य पर्व तक इस लक्ष्य को पूर्ण करने भरोसा दिया जिसका पूज्य महाराज जी ने सुसनेर के सभी गो प्रेमी भामाशाह का आभार जताया* 

*276 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश एवं राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 276 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के सुसनेर नगर से प्रेस क्लब सुसनेर एवं न्यू आदर्श श्रमजीवी पत्रकार संघ की ओर से मुकेश हरदेनिया
अध्यक्ष प्रेस क्लब सुसनेर , गिरिराज बंजारिया
सचिव प्रेस क्लब सुसनेर, मनीष राठौर सदस्य प्रेस क्लब सुसनेर ,कपिल गर्ग प्रदेश अध्यक्ष न्यू आदर्श पत्रकार श्रमजीवी पत्रकार संघ, अर्पित हरदेनिया सदस्य प्रेस क्लब सुसनेर, गिरिराज शंकर श्रीवास्तव प्रदेश सचिव कायस्थ समाज मध्य प्रदेश, द्वारकादास लड्डा 
समाजसेवी सुसनेर एवं नीमच जिले के अल्हेड ग्राम के कैलाश माली के नेतृत्व में डग की महिला मंडल व राजस्थान के डग से सज्जन सिंह के नेतृत्व में महिला मंडल एवं राजसमंद के हुकमीचंद,सूरज सिंह,मीनू कुंवर ने नीमच जिले के अल्हेड़ अपने ग्राम की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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लोगों ने घर से गाय को निकाला है यह दुःख की बात नहीं ,बल्कि दुःख इस बात का है कि लोगों के हृदय से गाय निकली है* - आलोक सिंहल,मुख्यकारी अधिकारी,श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 272 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने गोमाता के गोबर की महिमा बताते हुए कहां कि भगवती गोमाता के गोबर में साक्षात यमुना जी एवं लक्ष्मी देवी विराजमान रहती है और भगवती गोमाता के गोमय से ही धरती माता को बचाया जा सकता है क्योंकि धरतीमाता को हमने रासायनिक खाद बनाकर बंजर बना दिया है ओर वह इन रासायनिक खाद एवं कीटनियंत्रको के कारण मृत सी हो गई है और हमने इन पर अंकुश नहीं लगाया तो धरती माता मृत हो जाएगी यानि उसकी उर्वरा शक्ति बिल्कुल नष्ट हो जाएगी और अब तो खाद बनाने वाली कम्पनियां भी कहने लग गई है कि अगर आपने यूरिया डीएपी के साथ गोबर की खाद नहीं डाली तो आपकी उपज धीरे धीरे कम हो जाएगी। 
*एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 273 वें दिवस पर श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के कार्यकारी अधिकारी एवं ग्वाल शक्ति सेना के राष्ट्रीय सह संयोजक आलोक सिंघल ने बताया कि आजादी के बाद से भारत में गोवंश की अधिक दुर्दशा हुई है क्योंकि आजादी के पहले भारत में नाम मात्र के कत्लखाने थे लेकिन आजादी के बाद असंख्य कत्लखाने सरकार की अनुमति के बाद चल रहें है और उनसे कही गुना बिना अनुमति के चल रहें है जो भारत भूमि के लिए एक कलंक के रूप में हो गया है साथ ही दुःख इस बात का नहीं है कि लोगों ने घर से गाय को निकाला है बल्कि दुःख इस बात का है कि लोगों के हृदय से गाय निकली है।
    आज से 31 वर्ष पूर्व राजस्थान गुजरात सीमा पर 8 गोवंश जो कटने के लिए जा रहें थे उन्हें बचाने के लिए पथमेड़ा रूपी एक वटवृक्ष का बीजारोपण हुआ था जो आज अपनी 64 शाखाओं के माध्यम से 157000 से अधिक गोवंश की मातृत्व भाव से सेवा करने वाला विशाल वटवृक्ष बन गया है ।
श्री सिंहल ने बताया कि श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा एक गोशाला न होकर एक रचनात्मक कार्यों का केन्द्र है और भारत ही नहीं जहां जहां भी वेदलक्षणा गोवंश विराजित है वह सभी गोवंश पथमेड़ा अपनी मानता है ।


*273 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश एवं राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 273 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश एवं राजस्थान के : गुरलाई बांध शाजापुर से विश्वकर्मा परिवार बडौद से सोनी परिवार एवं टोकडा गाँव से की महिला मंडलकी और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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नगर की सड़कों में निराश्रित घुम रहें एक से डेढ़ वर्ष के बछड़ों को गो अभयारण्य लाएं सुसनेर वासी* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 274 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने गोबर की महिमा बताते हुए बताया कार्बन क्रेडिट के नाम से देश विदेश की अनेक कम्पनियां करोड़ों रूपए खर्च कर रहीं है अगर इनका 10% भी गोमाता पर खर्च कर दे तो यह सृष्टि बच सकती है क्योंकि कैंसर जैसे भयंकर रोग का उपचार भी भगवती गोमाता के गोबर से हो सकता है..

कैंसर का एक कारण व्यसन है व्यसन एक तरह का विष है इसीलिए व्यसन का त्याग करना चाहिए दूसरा कारण रासायनिक खाद एवं कीटनाशक के प्रयोग से कैंसर बढ़ रहा है जिसका पंजाब राज्य प्रत्यक्ष उदाहरण है और पंजाब के भटिंडा से बीकानेर के लिए एक ट्रेन चलती है जिसे कैंसर ट्रेन के नाम से ही जाना जाता है क्योंकि बीकानेर में कैंसर का बड़ा हॉस्पिटल है उसमे उपचार हेतु इसी ट्रेन से मरीज आते है और तीसरा विष व्यक्ति के हृदय में होता है यह बाहरी विष से भी अत्यंत घातक होता है क्योंकि क्योंकि मनुष्य के अन्दर अमृत एवं जहर दोनों ही प्रकार की ग्रंथियां है,सकारात्मक विचारों के कारण अमृत ग्रंथियां जागृत होती है और नकारात्मक विचारों के कारण जहर ग्रंथियां इसलिए मन का पवित्र होना अत्यंत आवश्यक है अर्थात किसी के प्रति द्वेष भावना एवं कटु भावना नहीं रखनी चाहिए 
      पूज्य स्वामीजी ने बताया कि उक्त तीन प्रकार के विष से ही कैंसर होता है और इस विष को समाप्त भगवती गो माताजी का गोबर कर सकता है अर्थात सद् विचारों का सर्वश्रेष्ठ साधन भगवती गोमाता की शरणागति है, और शरणागति का अर्थ होता है निष्काम भाव से सेवा और इन तीन प्रकार के विष से ही कैंसर होता है।

*स्वामीजी ने गोबरपीठ से सुसनेर नगर से आर्थिक के रूप में पधारे गोप्रेमी प्रदीप बजाज,प्रदीप सोनी,लखन भावसार, मुरली पाटीदार,संयोग सिंह राणा आदि से आग्रह किया कि आप नगर के सभी गो प्रेमी सज्जनों के साथ मिलकर सुसनेर नगर में जितने भी एक से डेढ़ वर्ष के बछड़े बछड़ी है, जिन्होंने अपनी मां का दूध पीना छोड़ दिया है उन्हें आज रात्रि को ही किसी सुरक्षित स्थान पर एकत्रित करके कल प्रातः किसी वाहन से गो अभयारण्य लेकर पधारे क्योंकि आने वाले दिनों में ठंड का प्रकोप और बढ़ने वाला है और भगवती गोमाता के छोटे बेजुबान बछड़ों को ठंड से बचाने से बढ़कर कोई पुण्य हो ही नहीं सकता* 

*274 वें दिवस पर राजस्थान पत्रिका पिड़ावा के संवाददाता विनोद कुमार जैन अपने परिवार के साथ गो अभयारण्य पधारे और आयोजन समिति के कार्यकर्ताओं ने उनके परिवार का गोमाता की छवि एवं उपरना ओढ़ाकर बहुमान किया*
     अतिथि के रूप में नलखेड़ा तहसील के देहरी ग्राम से बनवारीलाल यादव,बने सिंह यादव,मोहन लाल यादव,रघुवीर सिंह यादव एवं जुगल शर्मा आदि अतिथि उपस्थित रहें और आयोजन समिति के प्रदीप बजाज, प्रदीप सोनी,विक्रम सिंह एवं कालू सिंह ने सभी अतिथियों का बहुमान किया*

*274 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 274 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले से यशवंत सिंह गुर्जर जिला पंचायत सदस्य राजगढ़ , हरि सिंह गुर्जर मंडी अध्यक्ष माचलपुर, 
जुझार सिंह सरपंच जेतपुरा,मोतीलाल पटेल माचलपुर ने अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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मध्यप्रदेश भी गोमाता को राज्यमाता घोषित करेगा* - लखन पटेल ,मंत्री गोपालन पशु पालन एवं डेयरी विभाग


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 272 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि मध्यप्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन जी यादव इवान मध्यप्रदेश के पशुपालन एवं डेयरी विभाग मंत्री माननीय लखन जी मंत्री ने विगत 06 मार्च 2024 को भोपाल में गो संवर्धन बोर्ड के माध्यम से आयोजित कार्यशाला *गो रक्षा संवाद* में भारतीय नूतन वर्ष विक्रम संवत् 2081 से संपूर्ण मध्यप्रदेश में *गोवंश रक्षा वर्ष* के तहत ही विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव में एक वर्षीय गो कृपा कथा का आज 272 वा दिवस है और माननीय मंत्री महोदय का इस महामहोत्सव में यह दूसरी बार गरिमामय उपस्थिति हो रहीं है उसके लिए श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा उनका कोटि कोटि अभिनंदन करता है और पूज्य महाराज जी ने मध्यप्रदेश के गोपालन,पशुपालन एवं डेयरी विभाग के माननीय मंत्री महोदय ने गोमाता की छवि एवं गोमय की पवित्र माला धारण करवाकर बहुमान किया ।
   मध्यप्रदेश शासन द्वारा घोषित गोवंश रक्षा वर्ष के तहत चल रहे महामहोत्सव के 272 वें दिन में श्रोताओं को संबोधित करते मध्यप्रदेश के पशुपालन एवं डेयरी विभाग के मंत्री लखन पटेल ने गो अभयारण्य में गोमाता की मातृत्वभाव से हो रहीं सेवा के लिए पूज्य संतो एवं यहां के प्रबंधन का आभार जताते हुए कहां कि गो सेवा कैसे होती है उसके साक्षात दर्शन करने है तो कामधेनु गो अभयारण्य सालरिया आइए साथ ही एक वर्ष के इस ऐतिहासिक महामहोत्सव के मुख्य यजमान श्री चिमन भाई अग्रवाल का आभार जताया कि आपने मध्यप्रदेश शासन द्वारा मनाएं जा रहें एक वर्षीय गो वंश रक्षा वर्ष के निमित्त गुजरात से आकर विश्व के इस प्रथम गो अभयारण्य में जो भव्य आयोजन किया है उसके लिए मध्यप्रदेश शासन चिमन भाई अग्रवाल जी के संपूर्ण परिवार का आभार प्रकट करता है और इस महामहोत्सव के उपसंहार उत्सव पर मै स्वयं माननीय मुख्यमंत्री महोदय को साथ लेकर चिमन भाई का आभार प्रकट करने के लिए पुनः इस गो अभ्यारण्य में आएंगे। 
  श्री लखन पटेल ने बताया कि जिस प्रकार महाराष्ट्र सरकार ने गोमाता को राज्यमाता का दर्जा देने का जो शुभ कार्य किया है महाराष्ट्र का पड़ोसी राज्य होने के नाते एवं भारत का नाभि प्रदेश होने के नाते मध्यप्रदेश भी शीघ्र गोमाता को राज्यमाता का दर्जा देगा उसके लिए मैं मध्यप्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री महोदय से निवेदन कर शीघ्र अध्यादेश लाकर गोमाता को राज्यमाता का दर्जा दिलाएंगे साथ ही हमारी सरकार अन्यों राज्यों की भांति मध्यप्रदेश में भी अलग से गोपालन मंत्रालय का गठन करेगा साथ ही गोपालको को प्रति लीटर 5 रूपए का अलग से बोनस देने का निर्णय करने वाली है ।
   मंत्री महोदय ने बताया कि मध्यप्रदेश शासन ने भी गोवंश को आवारा पशु के बजाय निराश्रित गोवंश के नाम से संबोधित किया जाएगा इसका निर्णय हमारी सरकार ने कर लिया है और मैं मेरे मीडिया साथियों को भी निवेदन करना चाहूंगा कि अब वे भी अपने समाचारों में आवारा पशु के संबोधन के बजाय निराश्रित गोवंश के नाम से संबोधित करें । साथ ही मै राज्य के किसानों से भी आग्रह करूंगा कि आप कमसे कम अपने परिवार के लिए जहर युक्त खेती के बजाय गो आधारित खेती करें ताकि अपने परिवारजन स्वस्थ रहें साथ ही बताया कि हमारी सरकार ने प्रति गोवंश 40 रुपए की जो घोषणा की है उसे शीघ्र लागू किया जाएगा ।

महोत्सव को संबोधित करते हुए श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के कार्यकारी अधिकारी आलोक सिंहल ने कहा कि मध्यप्रदेश को यदुकुल वंश के मुख्यमंत्री एवं गोवंश पालक परिवार के पशुपालन मंत्री मिले हैं अर्थात दोनों का रिश्ता भगवती गोमाता से रहा है और माननीय मंत्री महोदय द्वारा गोमाता को राज्यमाता का दर्जा एवं अलग से गोपालन विभाग की घोषणा का जो भरोसा दिलाया है उसके लिए माननीय मंत्री महोदय का आभार जताया। 
  
*एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 272 वें दिवस पर श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के कार्यकारी अधिकारी एवं ग्वाल शक्ति सेना के राष्ट्रीय सह संयोजक
आलोक जी सिंघल एवं कपिल शर्मा
प्रोजेक्ट हेड
गो अनुसंधान रिचर्स फाउंडेशन भोपाल आदि अतिथि उपस्थित रहें। सुसनेर के पूर्व विधायक राणा विक्रमसिह जी की अर्दाग्नि
 नीलीमा जी ,भाभी सा तरुणा जी, पुष्पेश्वरी जी
एवं पुत्र- दिव्याश सिंह जी व पुत्री देव्यानी 
,गोकुल धाम गौशाला, मनावर,के गो-भक्त
,श्री राधे कृष्ण गोशाला कृष्ण नगर आलाखेड़ी, चित्तौड़गढ़ राजस्थान से पधारे गो-भक्त
, ओसाव, पिडावा, राजस्थान, से पधारे गो-भक्त,भरत राठौर रामगंज mandi



 

*272 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश एवं राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 272 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश शासन की और से लखन जी पटेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पशुपालन एवं डेयरी विभाग, मध्यप्रदेश शासन एवं कपिल जी शर्मा प्रोजेक्ट हेड गो अनुसंधान रिचर्स फाउंडेशन भोपाल एवं श्री कामधेनु गोधाम खोजनखेड़ा ,श्री बाकेबिहारी गो सेवा समिति, अमरपुरा रामगंजमड, राकेश पंचाल आदि के परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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गायमाता का गोबर सारे देवताओं का सार है*


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 271 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि आज विष्णु दामोदर चितले का जन्म दिवस है, जो एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, राष्ट्रवादी थे और भारत में ब्रिटिश साम्राज्यवाद के कट्टर विरोधी थे। वे संस्कृत के विद्वान भी थे।
स्वामीजी ने गायमाता के गोबर की महिमा बताते हुए कहां कि गोबर से गोपाल तक जाया जा सकता है ,क्योंकि सारी कामनाएं गोबर से मिट जाती है बस केवल प्रभु को प्राप्त करने की कामना ही रखता है गायमाता का पवित्र गोबर और ग्वाल शक्ति सेना,दवा देवी फाउंडेशन,दाता देवी फाउंडेशन,दाना देवी फाइन्डेशन एवं दृष्टि देवी फाउंडेशन के जब एक एक करोड़ युवा देश में तैयार हो जाएंगे तो भारत ही नहीं संयुक्त राष्ट्र संघ भी एक दिन यह कहेगा कि गो हत्या करने वाले राष्ट्रों को अलग थलग डाल दिया जाएगा।
 स्वामीजी ने बताया कि सारे देवताओं का सार है गोमाता का पवित्र गोबर अर्थात सारे देवताओं की शक्ति गोमाता के पवित्र गोबर से प्राप्त की जा सकती है ,गोबर गोमाता एवं देवताओं की प्रत्येक्ष शक्ति से भी ज्यादा शक्तिशाली है क्योंकि गोबर में गो की शक्ति भी है और देवताओं की शक्ति भी इसलिए तो गायमाता का गोबर महाशक्तिशाली बन गया है और आने वाले वर्षों में तो जिस देश में ज्यादा गोबर होगा,वही देश उतनी बड़ी महाशक्ति कहलाएगा उसका प्रमुख कारण डायोंमिनियम फास्फोरस,नाइट्रोजन एवं केमिकल फर्टिलाइजर से इतना जहर बढ़ जाएगा कि लोग कमजोर हो जाएंगे और फिर लोगों के मन में इतना जहर बढ़ जाएगा कि रासायनिक हथियारों से युद्ध शुरू हो जाएगा और जिस देश में गोबर ज्यादा होगा वहां पर उन रासायनिक हथियारों की विकिरणों का प्रभाव कम पड़ जाएगा जिसका भोपाल गैस त्रासदी प्रत्यक्ष उदाहरण है कि जो घर गोबर से लिप रखे थे वहां कोई नुकसान नहीं हुआ उसी प्रकार राजस्थान के भरतपुर का लोहागढ़ किया जिसका परकोटा गोबर एवं मिट्टी से बना था उसपर मुगलों की तोपों एवं बारूद का कोई प्रभाव नहीं पड़ा जिससे यह साबित हो गया कि गोमाता के पवित्र गोबर में विकिरणों को अवशोषित करने की शक्ति है ।

*स्वामीजी ने सूचित किया कि एक वर्षीय वेद लक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 272 वें दिवस रविवार को मध्यप्रदेश के गोपालन एवं डेयरी विभाग मंत्री माननीय लखन पटेल गो अभयारण्य पधारेंगे*


*एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 271 वें दिवस पर उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले की रानीखेत तहसील से भुवन चन्द्र तिवारी जी,राहुल कलाल ओडवाडा ,सूरजमल नरवाली (बांसवाड़ा), गो रक्षा कमांडो फोर्स से बालचंद नाला मठ आश्रम बरखेड़ी(इकलेरा), दुले सिंह अमलियाखेड़ा,नेपाल सिंह राजगढ़, चित्रकूट से सन्त आशाराम जी बापू के साधक दिनेश भाई,गायत्री शक्तिपीठ शाजापुर से शैलेन्द्र श्रीवास्तव गायत्री शक्ति पीठ शाजापुर, प्रहलाद सिंह ,अनिल वर्मा,गोकुल पुष्पक एवं श्रीमती स्वरूप सोनी,श्याम सिंह नाहर गट्टा,भवानी राम मेघवाल सेवा निवृत अध्यापक,श्री ऋषभ कुमार जैन सुसने.ओम प्रकाश जैन सुसनेर
 एवं गरोठ से राजेन्द्र सिंह आदि अतिथि उपस्थित रहें*

*271 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 271 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के नरवाली ग्राम के श्री सूरजमल कलाल के परिवार से उनकी धर्मपत्नी सविता,पुत्र अंकुर,पुत्रवधु श्रीमती दुर्गा जी, पुत्री रजनी कलाल एवं दामाद राहुल ओडवाड़ा व झालावाड़ से भरत शर्मा,चेतना शर्मा, मनीषा शर्मा,सात्विक शर्मा के परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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गोमाता भारत का हृदय है और गोमाता का संकट भारत का संकट है*


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 270 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज भारत की सर्वप्रथम शिक्षक महिला सावित्रीबाई पूरे देश की महानायिका हैं। हर बिरादरी और धर्म के लिये उन्होंने काम किया। 
स्वामीजी ने आगे बताया कि पथमेड़ा गोसेवा का ही परिवार एवं गोसेवा ही उसका विचार है, एक गैया मैया की सेवा होने मात्र से सारे संसार की सेवा स्वत: किसी न किसी रूप में हो जाती है और इस कलियुग में तो गैया मैया की सेवा का बहुत महत्व है क्योंकि कलियुग में चहुओर नकारात्मक ऊर्जा जो मनुष्य को सत्कार्य से रोकती है लेकिन जहां जहां गैया आनन्द पूर्वक श्वास छोड़ती है वहां सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है और गो अभयारण्य में इस ऊर्जा प्रभाव भी दिखने लगा है अर्थात् कल गोबर पीठ से ग्वाल शक्ति सेना का बीजारोपण किया था और देशभर के 5हजार युवाओं के माध्यम से 11 लाख गोप्रेमी जोड़कर 11लाख निराश्रित गोवंश को घरों में बांधना है उसके रुझान के रूप में हरियाणा के ऊंचा माजरा के हरि ओम नामक युवा जो किराए के घर पर रहता है उसने सड़क में घूम रही निराश्रित 50 गौमाताओं को अपने घर में बांधकर ठंड से बचाया है उसी प्रकार राजस्थान,मध्यप्रदेश एवं गुजरात के डीसा निवासी नरेश पुरोहित आदि सैकड़ों युवाओं ने इस कड़कड़ाती ठंड से बचाने के लिए सैकड़ों गौमाताओं को अपने घरों में लाएं है साथ ही नीमच में कुछ लोगों ने निर्दयता पूर्वक गोवंश को मार मार कर घर से निकाला है उसकी कड़ी निंदा कर नीमच जिला प्रशासन से दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही के लिए कहां है ।
पूज्य महाराज जी ने आगे बताया कि गोमाता भारत का हृदय है और गोमाता का संकट भारत का संकट है क्योंकि वैज्ञानिक,सांस्कृतिक,आर्थिक दृष्टिकोण से देखेंगे तो गोमाता भारत का हृदय है और उसे। कष्ट देंगे तो भारत की आर्थिक स्थिति बिगड़कर भारत विपन्नता की और बढ़ेगा जिसका इतिहास साक्षी है अर्थात सोने की चिड़िया कहें जाने वाले भारत की आज क्या स्तिथि हो गई है ।




*एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 270 वें दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में खरगौन के जिला न्यायाधीश माननीय मुकेश नाथ जी उनकी अर्दाग्नि श्रीमती पम्मी नाथ प्राचार्य हायर सेकेंड्री स्कूल देवास,श्री सुरेश गुजराती प्रबन्धक कॉपरेटिव बैंक देवास उनकी अर्दाग्नि श्रीमती राजकुमारी,श्री अमित अभय रामदास पल्लव कथावाचक एवं गो संवर्धन बोर्ड के सदस्य उनकी अर्दाग्नि चंद्रा पाण्डेय पुत्री दक्षिता पांडेय, डॉ.पन्ना लाल धार,रविशंकर श्री वास्तव आगर,अशोक कुमार श्रीवास्तव सुसनेर,श्री हरिवल्लभ जी त्रिवेदी उपसंचालक पशुपालन विभाग की अर्दाग्नि श्रीमती प्रतीका त्रिवेदी एवं उनकी पुत्री शुभि त्रिवेदी,मांगीलाल शर्मा(सचिव) सुसनेर खण्ड प्रमुख (RSS) अपने परिवार के साथ आदि अतिथि उपस्थित रहें और न्यायाधीश मुकेश नाथ महोदय ने गुड से अपना तुलादान करवाया*

*270 वे दिवस पर चुनरी यात्रा उत्तराखंड,राजस्थान एवं मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 270 वें दिवस पर चुनरी यात्रा उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले की रानीखेत तहसील से भुवन चन्द्र तिवारी के परिवार , राजस्थान के भवानीमंडी बंधु कचौरी परिवार एवं मध्यप्रदेश के इन्दौर महानगर से गोमाता महिला मण्डल से कंकु देवी राजपुरोहित, शकुंतला दवे, पुष्पा माली, कंचन माली, गोमती माली,जोशना माली, त्रिवेणी माली त्रिवेणी,शारदा प्रजापत,गीता प्रजापत,सविता प्रजापत,इंद्र प्रजापत, आशा प्रजापत,बदामी प्रजापत,भूरी प्रजापत,गवरी प्रजापत, लीला राजपुरोहित, बबीता राजपुरोहित, गीता, गीता प्रजापत ने अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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