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दैनिक समाचार



आगर कोतवाली थाना प्रभारी की उदासीनता के चलते गो तस्करों के हौसले बुलंद* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 288 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने दुःख प्रकट करते हुए बताया कि एक और तो मध्यप्रदेश के शासन द्वारा एक वर्षीय गोवंश रक्षा वर्ष मना रहा है और उसी के तहत विश्व के प्रथम गो अभयारण्य मालवा में एक वर्षीय गो कृपा कथा का 287 दिन बीत चुका है लेकिन जिस जिले में विश्व का प्रथम गो अभयारण्य स्थापित है उसी जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में दर्जनों बार गो तस्करों से गोवंश को बचाया है उसी श्रृंखला में 20 जनवरी को रात्रि 12 बजे बाद कोतवाली थाना क्षेत्र के पीपलोंन कलां पुलिस चौकी के पास गरडा ग्राम में गो अभयारण्य के सह प्रबन्धक पूनम सिंह चौहान, गौसेवक धर्मेंद्र सिंह राजपूत , विश्वहिंदू परिषद् के आगर जिलामंत्री विनोद कौशल,बजरंग दल के विभाग संयोजक रवि चौहान, विहिप गोरक्षा जिला संयोजक नरेन्द्र सिंह जादौन,आर्यवीर दल के हुकुम सिंह, गोविन्द विश्वकर्मा,,डूंगर सिंह,शंकर सिंह आदि सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पीपलोंन पुलिस चौकी प्रधान आरक्षक दामोदर शर्मा सहित सम्पूर्ण टीम ने कुशलता पूर्वक गौतस्कर सुभान खाँ पिता रसुल खाँ निवासी पिपलोन खुर्द, समीर खाँ पिता सहजाद खाँ पिपलोन खुर्द, अरबाज़ खाँ पिता सुभान खाँ पिपलोन खुर्द, सोभान सिंह पिता मदनमोहन निवासी ढाबला पिपलोन को दबोचकर 13 नर गोवंश जो महाराष्ट्र में कटने के लिए जा रहें थे उनसे बचाया और पीपलोंन पुलिस चौकी प्रधान आरक्षक दामोदर शर्मा की अगुआई में उन सभी 13 नर गो वंश को गो अभयारण्य लाया गया ।
   स्वामीजी जी ने आगर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में गो तस्करों द्वारा बार इस प्रकार की घटना की पुनरावृति होने पर आगर जिले के प्रशासन को आग्रह किया कि इस प्रकार की घटनाओं को लेकर शासन को विचार करना पड़ेगा कि कही इसके दुष्परिणाम नहीं आएं,आप कसाइयों को इस प्रकार जमानत देते
 तो गोभक्तो के मन में पीड़ा पढ़ेगी और कही गो भक्तों को शासन द्वारा कानून का ठीक से उपयोग नहीं करोगे तो गो भक्तों को कही कानून हाथ में नहीं लेना पड़ जाएं क्योंकि बार बार कोतवाली थाना आगर प्रभारी की उदासीनता के क्षेत्र के गोभक्तो को कानून हाथ में लेने के लिए मजबूर कर रहें है और इस बार भी गो तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही नहीं की तो हमें मजबूरन गो रक्षा हितार्थ आगे आना होगा ।
     आज गो तस्करों द्वारा जो 13 नर गोवंश ले जाएं गए उसके लिए कामधेनु गो अभयारण्य के प्रबन्धक शिवराज शर्मा ने पुलिस अधीक्षक 
आगर विनोद कुमार के अवकाश में होने के कारण पुलिस महानिरीक्षक उज्जैन नवनीत निगम,आगर जिला प्रभारी मंत्री नागर सिंह चौहान,पशुपालन एवं डेयरी विभाग मंत्री लखन पटेल एवं विद्यार्थी परिषद उज्जैन के वरिष्ठ कार्यकर्ता एवं युवा भाजपा नेता वैभव यादव एवं विहिप के मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ राज्यों के क्षेत्र गो रक्षा संयोजक सोहन विश्वकर्मा को व्यक्तिगत वार्ता करके एवं मुख्यमंत्री के OSD एवं जिला कलेक्टर आगर को गो तस्करों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही करने के लिए संदेश किया साथ ही कोतवाली थाना प्रभारी जिनकी उदासीनता के चलते इसी वर्ष दर्जनों बार गो तस्करों द्वारा इस प्रकार के कृत्य की दुबारा पुनरावृति न हो इसके लिए कोतवाली थाना प्रभारी को अविलंब हटवाने के लिए पुलिस महानिरीक्षक नवनीत निगम को निवेदन किया ताकि अपराधियों का हौसला बुलंद न हो ।
*एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 288 वें दिवस पर मुकेश राठौर सरपंच बांगपुरा 
तहसील जीरापुर (,राजगढ़)
भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजगढ़ एवं खिलचीपुर विधानसभा प्रभारी अतिथि उपस्थित रहें"

*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में ग्वाल शक्ति सेना चित्तोडगढ जिले बड़ी सादड़ी तहसील पारसोली पंचायत प्रभारी रघु कुमार शर्मा - गुजरात के अरवली जिले के नव्सिनोल सुरेश सिंह प्रभारी - गुजरात के अरवली जिले के धनसुरा तहसील प्रभारी सुभाष - मध्यप्रदेश खंडवा जिले के खालवा तहसील प्रभारी ईश्वर राठौर की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*288 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले से*
  
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 288 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के आगर जिले की सुसनेर खिलचीपुर तहसील के सालरी ग्राम सुल्तान सिंह,हीरालाल, प्रेम सिंह, करण सिंह, किशन लाल, इन्द्र सिंह, नारायण सिंह,गोली सिंह बालू सिंह एवं ग्राम की महिला मंडल ने अपने सम्पूर्ण ग्राम की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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देश,धर्म,संस्कृति एवं प्रकृति को बचाना है तो गायमाता को बचाना होगा* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 285 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि भारतीय संस्कृति ऐसे दौर से गुजर रही है,जिसे बाहरी संस्कृति के साथ साथ अपने ही लोगों से संघर्ष करना पड़ रहा है उसका प्रधान कारण *जिससे संस्कृति का पौषण होता है, जिससे संस्कृति को शक्ति प्राप्त होती है,वह शक्ति है गायमाता* गोमाता की सतत सेवा,गोमाता की निष्काम सेवा गोमाता के शुभ गव्य पदार्थों का उपयोग आहार,ओषधि,उपासना,अनुष्ठान एवं असुचिता को समाप्त करने आदि के उपयोग करने से स्वत:एक सदविचार की धारा बहेगी जो भारतीय संस्कृति को पुनः अपने मूल एवं वास्तविक स्वरूप तक पहुंचा सकती है ।
  हम लोगों को देश,धर्म,संस्कृति,पहाड़, नदियां, मन्दिर बचाने है तो गायमाता को सबसे पहले बचाना पड़ेगा क्योंकि इन सब की रक्षा गायमाता से ही प्रारम्भ होती है,गायमाता के बिना यह कल्पना करना कि इन सबकी रक्षा हो जाएगी ये तो मात्र ह्रास,परिहास जैसी बात हो जाएगी। 
स्वामीजी ने आगे बताया कि बिना गायमाता के न हम अखण्ड भारत का विचार कर सकते है,बिना गायमाता की सुखद सेवा के बहुत लोगों का सुखद सपना है कि भारत हिन्दू राष्ट्र बनना चाहिए,लेकिन यह सपना उसी दिन पूरा होगा जिस दिन भारत की सड़कों पर एक भी गोवंश निराश्रित नजर नहीं आएगा, सड़क पर तो दिखेगा लेकिन किसी गोपाल,किसी विद्वान,किसी सेठ एवं किसी किसान के हाथ में उसकी रस्सी होगी तब हम भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने का विचार कर सकते है।
 स्वामीजी ने सभी देश वासियों से आह्वान किया कि भारत के प्रत्येक घर ,द्वार में गोमाता की सेवा हो और भारत के हर गांव में एक गोशाला हो ताकि आपात स्थिति में गोमाता की सेवा उन गौशालाओं के माध्यम से हो ।

*एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 285 वें दिवस पर पूज्य स्वामी श्री कृष्णा नन्द जी महाराज चंद्रशेखर महादेव शांतिवन डाबिको इकलेरा झालावाड़,भागवत कथा प्रवक्ता पूज्य आचार्य श्री सत्यम द्विवेदी जी महाराज माता वैष्णो देवी मंदिर के सामने श्री श्यामा श्याम कुंज आश्रम श्री धाम वृन्दावन,पंडित सुमित तिवारी बनारस,पंडित सानू जी कानपुर,मोहन जी,गंगाराम जी विश्वकर्मा नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर मोरूखेड़ी लटूरी सुसनेर आदि अतिथि उपस्थित रहें ।

*भागवत कथा प्रवक्ता पूज्य आचार्य श्री सत्यम द्विवेदी जी ने अपने आशीर्वचन में कहां कि देवताओं की भी देवता जिसमें 33 कोटि देवता विराजते है और हमारे कन्हैया ने तो उनके दूध दही, मक्खन खाकर इस संसार में अनेक लीलाएं की है साथ ही हमारी सनातन संस्कृति में तो पहले गैया मैया को भोग लगाया जाता है उसके बाद ही हम प्रसाद पाते है और कलयुग में तो गायमाता चलता फिरता मंदिर है लेकिन इस कालिकाल में आज वह दर दर की ठोकरें खा रही है*

*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में कोलकाता से श्री सुभाष चौपाल,कोलकाता , श्री बप्पन घोष वर्धमान, बनवारी जी, विन्दायका,जयपुर जिला संयोजक जयपुर ग्रामीण, विमल जी जयपुर शहर जिला संयोजक,मोहित जी तहसील, संयोजक चाकसू, मनीष जी जिला संयोजक, भरतपुर की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*285 वे दिवस पर चुनरी यात्रा गुजरात एवं मध्यप्रदेश से*
  
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 285 वें दिवस पर चुनरी यात्रा गुजरात के डीसा हुकमाराम चौधरी,मोनाराम चौधरी, बालाराम, मोतीराम गिरधारी राम देसाई एवं मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले की सुसनेर तहसील के सोयत कलां से कैलाश,सुरेश,घनश्याम,चिंतामन राठौर के परिवार के चिरंजीव भावेश पुत्र सुमित राठौर के जन्म दिवस पर कमलेश जी राठौड़,सुरेश राठौर,आयुष राठौर,दिनेश धरना,सीताराम राठौर एवं समर्थन राठौर ने अपने परिवार के साथ सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए 56 भोग एवं चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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गोमाता का गोबर खतरनाक विकिरणों के दुष्प्रभाव को रोकता है* -


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 284 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि अधिकांश लोगों के जीवन में रजोगुण व्याप्त है जिससे आपाधापी बढ़ती जो दुर्घटनाओं का मूल कारण है। जितने भी एक्सीडेंट होते है वह रजोगुण में वृद्धि होने के प्रभाव है। हर आदमी को जल्दी है, जल्दी क्यों है क्यों कि रजोगुण है। यह हमेशा मन का घाव देता है या तन का घाव देता है। 

गौमाता के गोबर और मिट्टी से बने घर में न गर्मी में गर्मी लगती ओर न सर्दी में ठंड लगती है। कच्चे घरों में जहरीले प्रभाव कम हो जाते है। यह पूर्णतः इको फ्रेंडली होते है।
जितनी भी विकिरणें है चाहे वह मोबाइल का रेडिएशन है, रेडियो एक्टिव पदार्थ का विकिरण है या एक्स रे का विकिरण हो। सभी के दुष्परिणामों को गोबर कम कर देता है। शासन को चाहिए कि X ray room में गौमाता के गोबर से बनी ईंटों का उपयोग करें ताकि जो डॉक्टर x ray करे उसे ओर जिसका x ray हो रहा है उस मरीज को भी कोई हानि नहीं पहुंचे।


*भारत विकास परिषद् आगर के अध्यक्ष कैलाश माहेश्वरी ने गोमाता को ठंड से बचाव करने के लिए गो अभयारण्य में 200 कम्बल भेजें*
    
*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में चित्तौड़गढ़ जिले की बड़ीसादड़ी तहसील से साग़रिया घनश्याम मेनारिया,आलोद से उमेश कुमार मेनारिया पंचायत प्रभारी, पिपलिया गांव के प्रभारी वीरेंद्र कुमार झाला,झालावाड़ के ओसावा प्रभारी रामगोपाल पाटीदार की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*284 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले से*
  
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 284 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले की पिड़ावा तहसील के ओसावा ओसावा से रामचंद्र , प्रेमनारायण , रामकरण , मोहन लाल, रामचंद्र के साथ ग्राम की मातृशक्ति एवं युवाओं ने अपने ग्राम की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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निराश्रित गोवंश को घर लाने वाले परिवार को दुगना राशन दे सरकार* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 283 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि गौमाता का असली विचरण क्षेत्र जंगल ही है। वन विभाग की जितनी भी जमीन है हमारे पूर्वजों ने गोमाता के लिए छोड़ी थी, जितनी भी गोचर की जमीन है गाय माता के लिए छोड़ी, नदियों के किनारे जो दूर दूर तक फैली है वह गोमाता के लिए छोड़ी, सरोवर के किनारे, नहरों के किनारे यह सब गोमाता के लिए छोड़े थे लेकिन हम लोगों ने ओर शासन ने कुछ नहीं छोड़ा, सब पर अपना अधिकार जमा लिया। 
अंग्रेजों के जमाने में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट बन गए, वन की सभी जमीनों पर वन विभाग ने अपना अधिकार जमा लिया। गोमाता के चरण पड़ने से गोचर जंगल ही था लेकिन व्यवस्था बदलने से धीरे धीरे सब कुछ नष्ट हो रहा है। 
कई जगह जंगलों की यह स्थिति है सड़क के किनारे किनारे तो घने पेड़ नजर आते लेकिन 200 मीटर अंदर जाकर देखें तो सब कुछ साफ सिर्फ मैदान नजर आते है, जंगल नष्ट हो रहे है। ओरण, गोचर, वन भूमि सब गोमाता की ही है।

महाराज जी आज कथा में सरकार से निवेदन किया कोई ऐसा नियम बनाए जो सुनी गोमाता को घर पर लाएगा उसे दुगना राशन देंगे। 2 रुपए किलो में उसे बांटे का कट्टा दे देंगे। ऐसा सरकार भी कुछ करे और समाज भी कुछ करे।

    
*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले की डूंगला
 तहसील प्रभारी कृष्णकांत मेनारिया ,आलाखेड़ी प्रभारी नोक लाल मेनारिया, ग्राम चेनपुरिया प्रभारी लक्ष्मीनारायण जी बड़ी सादड़ी, छत्तीसगढ़ शिकारी टोला ग्राम से कृपा राम साहू ढूंढी लहरा तहसील प्रभारी 
 की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*283 वें दिवस पर बकानी गोशाला के गो सेवक निलेश, अमित गुर्जर, आशीष गणावा, लखन गुर्जर, अंकित टेलर, अंकुश खुशवाह, बलराम भील, बनवारी भील आदि अतिथि उपस्थित रहें*


*283 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले से*
  
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 283 वें दिवस पर चुनरी यात्रा ने अपने ग्राम की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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देश का ईसाई,मुस्लिम गोमाता को अपनी माँ मान लेता तो भारत में एक भी गोमाता सड़क पर नहीं घूमती* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 282 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि आज ही के दिन 15 जनवरी 1949 को जनरल केएम करियप्पा ने भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ के रूप में पदभार संभाला था. इस दिन को भारतीय सेना दिवस के रूप में मनाते है ताकि भारतीय सेना के योगदान और उसकी वीरता को सम्मानित कर सेना के प्रति जनता की आस्था और भरोसे को दर्शाया जा सकें लेकिन आजादी के 78 वर्ष बीत जाने के बाद भी आज भी भारत में अंग्रेजों की रीति नीति के पैटर्न पर हमारे देश की अदालतें,हमारे देश की अफसरशाही चल रही है उनमें भारतीयता के दर्शन नहीं हो रहें है और अभी भी रोज भारतीय संस्कृति पर आघात हो रहा है हमारी पूजा पद्धति , धर्म सिद्धांत बिगड़ रहें है और हमारी गायमाता जो भारत का प्राण है उससे लोग दिन दिन दूर जा रहें है,कभी कभी तो लगता है कि *भारत की सत्ता कुछ समय के लिए भारतीय सैनिकों के पास आ जानी चाहिए और भारतीय संस्कृति के आधार पर सेना पुनः भारत को स्थापित करें और फिर बाद में चुनाव हो क्योंकि आजादी के बाद जिन्होंने सत्ता संभाली उन्होंने अपनी कुर्सी बचाएं रखने के लिए अंग्रेजियत को ही बढ़ावा दिया है जिसके लिए शुद्धिकरण की आवश्यकता है* और सेना दिवस पर भारत के रक्षामंत्री एवं सैन्य अधिकारियों से आग्रह है कि देश में ऐसा नियम बने कि गौशालाओं का दूध,दही,घृत भारतीय सेना के पास पहुंचे, आर्मी के जवान गायमाता का दूध,दही,घी उपयोग में ले जिससे उनमें सात्विक बल बढ़े ताकि सेना में सात्विक बल बढ़ने से भारत और अधिक दिव्यता को प्राप्त हो सकें साथ ही भारत के प्रत्येक नागरिक से भी आग्रह है कि अपने भीतर सैनिक भाव बनाएं रखे क्योंकि देश की स्थितियां कभी भी विपरीत हो सकती है क्योंकि जिस प्रकार आज देश का सनातनी केवल अपना पेट भरने एवं सोना बढ़ाने के चक्कर में लगा है जबकि ईसाई एवं मुस्लिम अपने धन का उपयोग अपने धर्म को मजबूत करने में करते है और सनातनी आधा किलो से एक किलो सोना कैसे बने उसके जुगाड में ही लगे रहते है उनके लिए देश,धर्म एवं जाति से कोई लेना देना नहीं है,उनके लिए तो सोना खरीदकर उसके पास सोता रहें यही जिंदगी बन चुकी है ।
   स्वामीजी ने कहां कि अगर देश का ईसाई,मुस्लिम गोमाता को अपनी माता मान लेता तो भारत की एक भी गोमाता सड़क पर नहीं घूमती बल्कि मस्जिद व चर्च के पास एक एक गोशाला होती लेकिन कुछ पाखंडियों ने गाय को केवल सनातन की माता ही मानकर गायमाता को बाँट दिया है जबकि गाय तो सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की माता है और तुमने गायमाता को अपनी माता माना है तो भारत की हर गाली गली में मन्दिर है सवा अरब के देश में 8 -9 करोड़ गोमाता की सेवा नहीं कर सकते क्या ?
    
*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में महाराष्ट्र के नागपुर जिले की कुही तहसील प्रभारी विशाल पंडित पडोळे ,गुजरात के सांबरकाठा जिले के खेड़भरमा तहसील प्रभारी मनीष भाई पटेल 
 आदि की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*282 वें दिवस पर झालावाड़ जिले के रटलाई थानाधिकारी रामस्वरूप राठौर, कांस्टेबल नरेश कुमार,गौसेवा कमांडो फोर्स के प्रहलाद राठौर , हल्दीघाटी गो चिकित्सालय झालावाड़ से गो सेवक राम,विक्रम ,रवि एवं पिड़ावा तहसील के धरोनिया से गिरिराज पाटीदार आदि अतिथि उपस्थित रहें*


*282 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले से*
  
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 282 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले के बनी ग्राम से देवनारायण गोशाला के नरेन्द्र सिंह तंवर के नेतृत्व ने बनी ग्राम की महिला मंडल ने अपने ग्राम की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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मकर संक्रांति पर्व पर एक निराश्रित गोवंश को अपने जीवन में अपनाएं*


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 280 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि आज गौमाता के रहने वायु मंडल स्वस्थ रहता है। पूरे विश्व में वायु प्रदूषण को ठीक करने की एक मात्र व्यवस्था गोपालन ही है । गौमाता पंचमहाभूतों को ठीक करने में समर्थवान है। आज जल, जमीन, वायु, अग्नि ओर आकाश सभी को मनुष्य ने दूषित कर दिया है । इन्हें शुद्ध करना है तो हम सभी को गो संरक्षण करना जरूरी है।

जिस देश में गोबर की पूजा होती थी आज वही युवा पीढ़ी पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव में इस अतिपवित्र गोबर को मल के रूप में देख रही है। हमारी शिक्षा व्यवस्था के बिगड़ने से यह दुष्प्रभाव उत्पन्न हुआ। हमारा पौराणिक ज्ञान विलुप्त हो गया जिससे 

गोमाता हमारे शरीर में व्याप्त रोगों को डायग्नोज करने की क्षमता रखती है, गोमाता के सानिध्य में रहने से वह रोगी व्यक्ति को सूंघ कर, उसे चाट कर रोग का पता लगा लेती थी और जब गोमाता जंगल में चरने जाती थी तब उसी प्रकार की ओषधि चर कर आ जाती थी। गौमाता उस ओषधि को अपने गोबर, गौमूत्र और दूध में समाहित कर देती थी उन गव्य का सेवन जब मनुष्य करता तो वह रोग मुक्त हो जाता था।

भारत की सड़कों पर असंख्य गौवंश घूम रहा है,मकर संक्रांति के पर्व पर आप निराश्रित गौवंश को नजदीक की किसी गौशाला में ले जाकर उसके गोद चले जाएं और उस गौवंश के साल भर के चारे की व्यवस्था करे। एक साल में ही हमारे जीवन में बहुत बड़ा सकारात्मक परिवर्तन आ सकता है। 

*विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में 14 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति पर्व पर गौमाताओं को तिल गुड से निर्मित मीठा भंडारे का भोग लगाया जाएगा साथ ही गोकृपा कथा में पधारे सभी गो प्रेमियों को गोआधारित कृषि से उत्पादित तिल का लड्डू प्रसाद दिया जाएगा*

*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में अरविंद भाई पटेल गुजरात के ईडर तहसील प्रभारी, मुकेश भाई पटेल गुजरात के वडाली तहसील प्रभारी गुजरात, जीवाराम,राजस्थान की सुमेरपुर 
तहसील प्रभारी आदि की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*280 वें दिवस पर चंद्रपुरा से मानसिंह राठौड़, रावली से रामसिंह , उज्जैन से शंकर लाल विश्वकर्मा, सत्यनारायण राठौर भवानीमंडी, प्रेम चंद राठौर अध्यापक, चेचट अपने पूरे परिवार के साथ उपस्थित रहें*


*280 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश से*  
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 280 वें दिवस पर चुनरी यात्रा भैरू लाल विश्वकर्मा परिवार, सालरिया ने अपने ग्राम की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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