Loading...

दैनिक समाचार



अपने जीवन में गो को अपनाना यही गोरक्षा का पहला सूत्र है


मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 279 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि आज अंतराष्ट्रीय युवा दिवस है यानि आज ही के दिन नरेन्द्र नाथ दत्त जो बाद में विवेकानंद कहलाएं उन्होंने अपना जीवन एक दिव्य चेतना से भरकर वेदान्त के माध्यम से जीव ब्रह्म की एकता के तत्व को संसार के सामने रखकर विश्व को जगतगुरू की स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया और स्वामीजी ने युवाओं के लिए एक ही बात कहकर गए कि ,उठो ! जागो । अर्थात पहले उठो फिर जागो। यानि यहां पर सोय हुए को उठाने की बात न कहकर उठे हुए को जगाने का संदेश उन्होंने दिया है कि अपने आलस्य,प्रमाद, विकारों ,कामवासनाओं, ममता मोह की नींद से उठने की बात कहकर यह कहां कि जागो,उठो और तब तक रुकना मत जब तक अपने लक्ष्य को अर्जित नहीं कर ले लेकिन आज हम अपने लक्ष्य से भटक गए है क्योंकि सनातन की आधार भगवती गोमाता आज दर दर की ठोकरें खाकर ठंड एवं भूख से अपना प्राण त्याग रही है ।
     स्वामीजी ने आगे कहां कि केवल मात्र गो हत्या का कलंक मिट जाने से बात नहीं बनेगी बल्कि गोमाता को आदरयुक्त स्थान भी तो मिलना चाहिए क्योंकि गोमाता दर दर की ठोकरें खाकर भूख प्यास,ठंड से अपने प्राण त्याग रही है ये भी तो गो हत्या ही तो है अर्थात सवा अरब के हिंदुओं के हिंदुस्तान में 8 से 9 करोड़ गोमाता ठंड,भूख के कारण अपना प्राण त्याग रहीं है तो हिंदुस्तान में रहने वाले सभी हत्यारे ही तो हुए क्योंकि हमने हमारे कर्तव्य को नहीं निभाया , *छुरी चलाना ही गौहत्या नहीं व्यवस्था न करना भी तो गोहत्या ही है* ,हम अपने घर में गोमाता न रखकर गौहत्या को ही तो बढ़ावा दे रहें है,हमारा दायित्व पूरा न करके हम गौहत्या ही तो कर रहें है इसलिए इससे बचने के लिए गोरक्षा का सबसे पहला सूत्र *अपने जीवन में गो को अपनाना फिर अपनों के जीवन में गो को अपनाना* तभी हम सनातन की मूल आधार भगवती गोमाता की हत्या के पाप से मुक्त हो सकते है ।


*विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में 14 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति पर्व पर गौमाताओं को तिल गुड से निर्मित मीठा भंडारे का भोग लगाया जाएगा साथ ही गोकृपा कथा में पधारे सभी गो प्रेमियों को गोआधारित कृषि से उत्पादित तिल का लड्डू प्रसाद दिया जाएगा*

*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में श्री संजय गुप्ता को झारखंड का राज्य प्रभारी , विक्रम सिंह हरियाणा के कैथल जिले की गुहला एवं कल्याण सिंह राजपुरोहित चूल्हे एरिया शहर प्रभारी चेन्नई की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*279 वें दिवस पर गुजरात के सोनगढ़ से दिनेश पाटिल,सुसनेर के पूर्व विधायक राणा विक्रम सिंह के भाभीसा श्रीमती तरुणा ,श्रीमती पुष्पेश्वरी , विश्व हिन्दू परिषद बकानी के प्रखंड संयोजक जगन्नाथ रुहेला, पटेल प्रभु लाल रुहेला पनवाड़ी(जीरापुर) अतिथि उपस्थिiत रहें*


*279 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान एवं मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 279 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले की पचपहाड़ तहसील के गुराडिया जोगा, कोटा जिले की रामगंजमंडी के कुमकोट ग्राम मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले की जीरापुर तहसील के काशीखेड़ी से नरवर सिंह के परिवार एवं आगर जिले की सुसनेर तहसील के परसूल्या ग्राम एवं सेमलखेड़ी ग्राम के समस्त ग्राम वासियों की ओर से सरपंच शिव कारपेंटर,धारासिंह राजपूत,जुगल किशोर पाटीदार, मनोहर सिंह राजपूत एवं छीतर लाल पटेल अपने ग्राम के सैकड़ों युवा,मातृशक्ति के साथ अपने ग्राम की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..

गोमाता को सम्मान नहीं मिलता तब तक रामजी का कार्य अधूरा है* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 278 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि आज ही के दिन अयोध्यानगरी में भगवान रामजी के दिव्य भवन की प्राण प्रतिष्ठा हुई है सात मोक्षदायिनी नगरियों में से एक प्रमुख नगरी अयोध्याजी है जिसे महाराज मनु से बसाया था और कई वर्षों के बाद प्रभु राम अपने भवन में बिराज गए है लेकिन अभी भी एक कार्य बाकि है अर्थात देश के सवा अरब लोग जो रामजी को पूजते है लेकिन उनकी सबसे प्रिय 9 करोड़ भगवती गोमाता आज भी दर दर की ठोकरें खा रही है और जहां तक भगवती गोमाता की हत्या पर पूर्ण प्रतिबन्ध नहीं लगे और गोमाता को सम्मानजनक पद पर स्थापित नहीं किया जाता तब तक रामजी का कार्य पूर्ण नहीं होगा । पृथ्वी पर रामजी अपने निराकार रूप से साकार रूप में भगवती गोमाता के लिए ही अवधपुरी में पधारे है इसलिए भगवती गोमाता को सम्मान मिले तभी प्रभु रामजी का कार्य पूर्ण होगा। 
 पूज्य स्वामीजी ने बताया कि भारत की प्रमुख पीठ ज्योर्तिमठ के शंकराचार्य भगवान अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज ने महाकुंभ में प्रवेश कर धर्मसंसद के माध्यम से जो संदेश दिया कि "वह व्यक्ति कदापि हिन्दू नहीं हो सकता जो गो हत्या में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप में जुड़ा हुआ है और उसे हिन्दू धर्म से बहिष्कृत किया जाएं" हम इस आदेश को प्रणाम करते है और उनके इस आदेश की पालना का वचन भी देते है कि जो जो भी गो हत्या में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से जुड़ा है हम भी उसे सनातनी स्वीकार नहीं करेंगे और उसके हाथ से जल प्रसाद नहीं लेंगे और न ही उसे धार्मिक कार्यों में प्रवेश देंगे साथ ही सभी सनातनियों से आह्वान भी करते है कि गो हत्या से प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से जुड़े लोगों का सम्पूर्ण रूप से बहिष्कार करें और उनसे रोटी बेटी का व्यवहार खत्म करना होगा तभी हम हिन्दू कहलाने योग्य होंगे बाकि गर्व से कहो हम हिन्दू है ये केवल थोथा नारा ही बनकर रह जाएगा और हमारा अस्तित्व खत्म हो जाएगा ।

*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में सुमन जी करौली जिले की टोडाभीम तहसील प्रभारी,मदन सिंह जी राजपुरोहित मेड़ता शहर एवं तहसील प्रभारी की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*278 वें दिवस पर नगर पालिका सुसनेर की अध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी राहुल सिसोदिया,उनके ससुर रमेश सिसोदिया सपरिवार, रामलाल सारसी पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष, ठाकुर भंवर सिंह नयागांव,महावीर शर्मा डंडोरा (झालावाड़)
कमलेश सिंह अगेरा( देवास) ,देव सिंह सिसोदिया तेज सिंह चौहान, कालू सिंह सिसोदिया, श्यामसिंह , बलवंत सिंह पुरुलिया,
बाल किशन व्यास बोलदा(झालावाड़), हजारी लाल दांगी पिड़ावा,बालू सिंह,गोवर्धन लाल पाटीदार लटूरी गहलोत आगर अतिथि उपस्थित रहें*


*278 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान की राजधानी जयपुर एवं झालावाड़ जिले से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 278 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान की राजधानी जयपुर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक के गोसेवा विभाग के वरिष्ठ कार्यकर्ता सुगनचंद शर्मा,गायत्री परिवार के भक्त भूषण शर्मा अपनी अर्दाग्नि श्रीमती नीलम वर्मा एवं भारत भूषण शर्मा व उनकी अर्द्धांगिनी श्रीमती अनिता शर्मा एवं झालावाड़ जिले के बोलदा ग्राम की मातृशक्ति ने अपने नगर,ग्राम,राज्य की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..

मध्यप्रदेश भी गोमाता को राज्यमाता घोषित करेगा* - लखन पटेल ,मंत्री गोपालन पशु पालन एवं डेयरी विभाग


भक्त
,श्री राधे कृष्ण गोशाला कृष्ण नगर आलाखेड़ी, चित्तौड़गढ़ राजस्थान से पधारे गो-भक्त
, ओसाव, पिडावा, राजस्थान, से पधारे गो-भक्त,भरत राठौर रामगंज mandi



 

*272 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश एवं राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 272 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश शासन की और से लखन जी पटेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पशुपालन एवं डेयरी विभाग, मध्यप्रदेश शासन एवं कपिल जी शर्मा प्रोजेक्ट हेड गो अनुसंधान रिचर्स फाउंडेशन भोपाल एवं श्री कामधेनु गोधाम खोजनखेड़ा ,श्री बाकेबिहारी गो सेवा समिति, अमरपुरा रामगंजमड, राकेश पंचाल आदि के परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..

मध्यप्रदेश भी गोमाता को राज्यमाता घोषित करेगा* - लखन पटेल ,मंत्री गोपालन पशु पालन एवं डेयरी विभाग


भक्त
,श्री राधे कृष्ण गोशाला कृष्ण नगर आलाखेड़ी, चित्तौड़गढ़ राजस्थान से पधारे गो-भक्त
, ओसाव, पिडावा, राजस्थान, से पधारे गो-भक्त,भरत राठौर रामगंज mandi



 

*272 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश एवं राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 272 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश शासन की और से लखन जी पटेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पशुपालन एवं डेयरी विभाग, मध्यप्रदेश शासन एवं कपिल जी शर्मा प्रोजेक्ट हेड गो अनुसंधान रिचर्स फाउंडेशन भोपाल एवं श्री कामधेनु गोधाम खोजनखेड़ा ,श्री बाकेबिहारी गो सेवा समिति, अमरपुरा रामगंजमड, राकेश पंचाल आदि के परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..

हर व्यक्ति गायमाता को अपनी मां समझने लग जाएं,तो गायमाता राष्ट्रमाता नहीं अपितु विश्वमाता होगी* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 275 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने गोबर की महिमा का वर्णन करते हुए बताया कि गोबर मिट्टी से निर्मित मकान सभी मौसम में अनुकूल होता है क्योंकि उसमें नमी के अवशोषण करने की क्षमता रहती है और खतरनाक विकिरणों से यह बचाता है ।

स्वामीजी ने आगे बताया कि अक्षर लोग कहते है कि गाय माता राष्ट्रमाता बने, यह तो होना ही चाहिए लेकिन गायमाता राष्ट्रमाता ही नहीं विश्वमाता हो क्योंकि गावो विश्वस्य मातर : का हमारे धर्म शास्त्रों में भी उल्लेख है लेकिन शुरुआत हमारी निज माता से होनी चाहिए क्योंकि किसी फूल से पैड पैदा नहीं हुआ, जड़ से ही पेड़ बनकर फूल आने के बाद फल लगा है इसलिए गायमाता मेरी माता हो यह पहले निश्चित करूं अर्थात मैं गायमाता को राष्ट्रमाता बनाने के लिए दिल्ली के जंतर मंतर पर आंदोलन तो कर रहा हूं लेकिन कोई पूछे की घर में गाय है तो मे कहूंगा वह तो नहीं है, और दूध ,दही, छाछ, घी भी मै डेयरी का या अन्य किसी पशु भेस, बकरी का उपयोग में ले रहा हूं और हम गायमाता को राष्ट्रमाता का अलाप कर रहें है तो यह ठीक नहीं है । जब तक कि गाय हमारी माता नहीं है और हम दुनियां की पंचायती करने चले कि गायमाता राष्ट्रमाता बननी चाहिए यह तभी संभव है जब प्रत्येक व्यक्ति गायमाता को अपनी मां समझने लग जाएं,सबसे पहले अपनी खुद की मां बने जो गोमाता राष्ट्रमाता करने की सोचता है वह सबसे पहले अपने आंगन में एक गायमाता बांधे और वह संकल्प करें कि मैं दूध,दही एवं घी गायमाता का ही लूंगा अन्य किसी पशु मवेशी के दूध ,दही घृत का उपयोग नहीं करूंगा इस प्रकार पहले स्वयं से फिर परिवार से उसके बाद अपने ग्राम ,तहसील,जिला एवं राज्य तक गो माता को अपनी माता मानने का क्रम बनेगा तो गोमाता भारत की ही नहीं अपितु विश्व माता के रूप में स्थापित हो जाएगी ।

*275 वें दिवस पर रामकथा वाचक विद्वान पं.,श्याम जी उज्जैन ने अपने उद्बोधन में बताया कि विश्व के इस गो अभयारण्य के दर्शन पाकर साक्षात ऋषि परम्परा के दर्शन का अहसास हुआ । त्रेतायुग से लेकर आज तक राक्षस प्रवृति के रावण जैसों ने सनातन संस्कृति के प्राण गायमाता पर आघात किया है इसलिए सनातन संस्कृति को बचाना है तो भगवती गोमाता का संरक्षण एवं संवर्धन जरूरी है और पूज्य महाराज जी का निरंतर एक वर्ष तक नियमित गोमाता की महिमा सनातन समाज में जनजागृति के एक मिशाल के रूप में कायम होगी* 

*गोविन्द गोशाला बकानी से श्री प्रदीप शृंगी,महेंद्र भंडारी,निलेश सेन, राहुल जुलानिया एवं अमित गुर्जर के साथ गोभक्त एवं चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा से ओमप्रकाश पूरी प्रखंड संयोजक बजरंग दल आदि अतिथि उपस्थित रहें ।

ग्वालशक्ति सेना के 5000 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ता की टीम का निरन्तर विस्तार हो रहा है जिसमें छत्तीसगढ़ के दुर्ग निवासी सत्यव्रत राय को दुर्ग विभाग संयोजक, गौरव गोपाल धौलपुर जिला संयोजक, भगवान सिसोदिया मोखमपुरा,तहसील सह संयोजक सुसनेर,रामप्रसाद दांगी निम्बाहेड़ा 
-रायपुर तहसील सह सयोजक,गोरधन सिंह लोगड़ी प्रभारी आदि की ग्वाल शक्ति सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम गोपालगोपाल ब्रह्मचारी जी ने घोषणा कर उपरना पहनाकर बहुमान किया*

*275 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश एवं राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 275 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के करनवास निवासी रामकथा वाचक विद्वान पं.श्याम उज्जैन, पं. अनिल शर्मा नृसिंह गढ़ व राजगढ़ जिले के ही संस्कृत ग्राम झिरी से श्रीमती ब्रजबाला पांडे,कृष्ण बाई,केशर बाई,, लीला बाई एवं मंजू बाई के नेतृत्व में में ग्राम की महिला मंडल व राजस्थान के झालावाड़ जिले की पचपचपहाड़ तहसील के चंद्रपुरा ग्राम की और से श्योदान सिंह,रघुनाथ सिंह,भगवान सिंह,श्योदान सिंह,सज्जन सिंह,नाथू सिंह,उमराव सिंह,विजय सिंह एवं विक्रम सिंह अपने ग्राम की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..

संघर्ष तो जीवन का श्रृंगार है* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर/ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 277 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि संकट तो जीवन का श्रृंगार है ,जीवन में संघर्ष नहीं है तो जीवन की खूबसूरती भी नहीं है,जीवन का सौंदर्य, जीवन की सुंदरता संघर्ष में ही है,हमारे जीवन में जितना संघर्ष होगा उतना हमारा जीवन सुन्दर बनेगा यानि जिस व्यक्ति को जन्मते ही चांदी का चमच मुंह में मिले वह व्यक्ति संघर्ष नहीं देखता है तो उसके जीवन का सौंदर्य भी नहीं बढ़ता है , संघर्ष तो हमारा गहना है, हमारा श्रृंगार है और अन्तिम समय तक जहां संघर्ष बढ़ता है, वहां शक्ति बढ़ जाती है और शक्ति से ही भक्ति बढ़ती है ओर भक्ति से ही हमारा मन भगवान की तरफ जाता है , जिस व्यक्ति ने जीवन में कभी किसी प्रकार का संघर्ष नहीं किया उसको भगवान नहीं मिल सकते । इस संसार में ऐसा कोई भक्त नहीं है जिसने बिना संघर्ष के भगवान नहीं मिले । नरसी मेहता एवं मीरां बाई ने संघर्ष से ही भगवान को पाया है।
   स्वामीजी ने कहां कि संघर्ष से ही भगवान मिलेंगे, सुविधाओं से नहीं अगर हम सुविधाओं के पीछे भागेंगे तो दुविधाएं जीवनभर पीछे रहेगी और संघर्ष के पीछे भागेंगे तो शंकर हमारे पर कृपा करेंगे और कन्हैया से मिला देंगे ।

*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में आज चेन्नई के गणेश सिंह राजपुरोहित को चेन्नई का संयोजक एवं राजस्थान के प्रतापगढ़ के एडवोकेट रमेश जी शर्मा को प्रतापगढ़ जिला एवं कैलाश माली को केकड़ी तहसील संयोजक के नियुक्ति की उद्घोषणा की*

*277 वें दिवस पर बागड़ क्षेत्र के बांसवाड़ा जिले के बागीदौरा से हंसमुख सोनी, कमल सोनी, बारां नगर से संजय राठौर,प्रेम यादव,जयप्रकाश शर्मा अपने परिवार सहित एवं कोटा जिले के चेचट से प्रह्लाद राठौर राष्ट्रीय संयोजक गो रक्षा कमांडो फोर्स, कोटा जिले के दरा रेल्वे स्टेशन के पास नवनिर्मित मुकुंद्रेश्वर गोशाला से विष्णु प्रजापति एवं सोयत क्षेत्र के श्रीपतपुरा के गोपालक चुन्नीलाल कुलमी आदि अतिथि उपस्थित रहें*

*277 वे दिवस पर चुनरी यात्रा झारखंड राज्य की और से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 277 वें दिवस पर चुनरी यात्रा झारखंड से संजय कुमार गुप्ता ने अपने राज्य की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
Readmore..