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दैनिक समाचार



अपना अस्तित्व बचाए रखने के लिए चार चार संतान पैदा करें हर सनातनी*


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 262 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज ही के दिन सिखों के 10 वें गुरु गोविन्द सिंह जी के 4 बेटों को मुगल तानाशाह औरंगजेब के सेनापति वजीर खान ने शहीद कर दिया था। चारों बेटों, जिन्हें साहिबजादे भी कहा जाता है, ने धर्म परिवर्तन करने के बजाय बलिदान देना चुना। 26 दिसंबर को साहिबजादों जोरावर सिंह और फतेह सिंह की शहादत को याद किया जाता है, जिनकी उम्र छह और नौ साल थी और उनकी याद में आज पूरा देश वीर बालक दिवस मनाता है ।
ब्रिटिश काल में एक दीक्षांत समारोह में बंगाल के अंग्रेज कमिश्नर को गोली मारने वाली बहादुर क्रांतिकारी बीना दास जी का निर्वाण , क्रांतिकारी भूपेन्द्रनाथ दत्त एवं संयुक्त पंजाब के मुख्यमंत्री रहें गोपी चन्द भार्गव का निर्वाण दिवस एवं 26 दिसंबर 1899 को पंजाब के संगरूर में सरदार उधम सिंह जन्मे थे,ये वही क्रांतिकारी थे जिन्होंने आजादी की लड़ाई के जलियांवाला बाग नरसंहार के उत्तरदायी जनरल डायर को ब्रिटेन के लंदन में जाकर गोली मारी थी।
स्वामीजी ने कहां कि चारों पुत्रों के बलिदान हो जाने के बाद भी गुरु गोविन्द सिंह झुके नहीं और हम तो सभी भारतीयों से आह्वान करते है कि हम भी गुरु गोविन्द सिंह जी की तरह चार चार संतान पैदा कर एक संतान सनातन धर्म की रक्षा के लिए समर्पित करें हालांकि हमारे नीति निर्धारकों ने हमारे साथ छलावा कर हम दो हमारे दो अथवा एक का नारा देकर हमारे साथ धोका किया है हम उनकी बात तभी माने जब देश के सभी पंथ मजहब के लोग उसका पालन करें और आश्चर्य तो तब होता है कि हमारे नीति निर्धारकों की चाल से एक पंथ विशेष के लोग जो आजादी के समय 2 से 3 प्रतिशत थे आज वे 17 प्रतिशत से ऊपर हो गए है हमें किसी पंथ विशेष से कोई आपत्ति नहीं है आपत्ति है उनके गलत कार्यों से। अगर हिन्दू इसी तरह से घटते रहें तो फिर हमारा सफ़ाया हो जाएगा इसलिए जोरावर सिंह, फ़तह सिंह के शहीदी दिवस पर हम आग्रह करते है कि राष्ट्र रक्षा,गो रक्षा के लिए अपनी एक संतान दीजिए जो गृहस्थ रहकर भी इस पवित्र कार्य को कर सकता है ।
स्वामीजी ने आगे बताया कि पीड़ा इस बात की है कि देश में पांच लाख साधु, सन्त एवं संन्यासी है उसके बाद भी देश में प्रतिदिन 80 हजार गोवंश प्रतिदिन कट रहा है अर्थात सनातन धर्म का संतत्व,साधुत्व का प्रथम चरण ही गोमाता एवं गोसेवा है उस देश में गौहत्या पर प्रतिबंध न लगे ये इस देश के साधुओं पर कलंक है और इस कलंक को मिटाने के लिए प्रयागराज के महाकुंभ में देश के सभी संतो को भारत सरकार से गो हत्या पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाकर गोमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए एकजुट होकर दबाव बनाने की आवश्यकता है ।



*आंग्ल वर्ष 2024 की विदाई एवं 2025 की पूर्व संध्या 31 दिसम्बर 2024 मंगलवार को विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में भगवान श्री कृष्ण की नृत्य नाट्य लीलाओ एवं भजन संध्या का आयोजन होगा*

*262 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के देवास जिले से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 262 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के देवास जिले में स्थित श्री देव महाराज गोशाला सात गांवों देहरिया साहु, झीकडा खेड़ा, बरखेड़ा, सोमा,सादीपूरा,
गोपी गुराडीया, बावल्या, कुलावड के देहरिया साहू से नीरज पाटीदार, बरखेड़ा सोमा से प्रवीण जाट,गोपाल दास, झीकड़ा खेड़ा से अमरलाल यादव,सादीपुरा से लखन पटेल,गोपी गुराडिया से परमानंद जाट, मुकेश पाटीदार, राजेन्द्र सेंधव, कुलावड़ से रवि रावत, एवं राजस्थान के झुंझनू से ममता शर्मा व माया शर्मा एवं झालावाड़ जिले के लुहारीया ग्राम की महिला मंडल ने अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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अटल जी आज भी देश के प्रधानमंत्री होते तो भारत विश्व योगदिवस की तरह गोपाष्टमी मनाता* -


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 261 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज तुलसी पूजन दिवस है आध्यात्मिक, औषधीय और प्रतीकात्मक महत्व के लिए जाना जाने वाला यह पौधा भगवान विष्णु और भगवान कृष्ण से जुड़े होने के कारण पूजनीय है। 
स्वामीजी ने बताया कि आज महामना मदन मोहन मालवीय का भी जन्म दिवस है जिन्होंने अंग्रेजों के शासनकाल में हमें काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रणेता तो थे ही साथ ही इस युग के आदर्श पुरुष भी थे और वे भारत के पहले और अन्तिम व्यक्ति थे जिन्हें महामना की सम्मानजनक उपाधि से विभूषित किया गया।
स्वामीजी ने आगे बताया कि आज ही के दिन भारत में 3 बार देश के प्रधानमंत्री रहें भारत रत्न स्व. अटल बिहारी जी वाजपेय का जन्मदिवस भी है और उनको याद करने का एक विशेष कारण भी बनता है कि जब राजस्थान में भयंकर अकाल पड़ा था उस समय राजस्थान के कुछ गोप्रेमी सन्त आदरणीय अशोक जी सिंहल की प्रेरणा से उनसे मिलने गए तो उन्होंने बिना देरी किए संतो का गोमाता के प्रति दुःख को देखते हुए दो घंटे के अन्दर भारत सरकार के माध्यम से यह आदेश जारी करवा दिया कि भारत के किसी भी कौने से गोमाता के चारे एवं पानी की व्यवस्था भारतीय रेल के माध्यम से निःशुल्क परिवहन की जाएगी यानि उनके हृदय में गोभक्ति प्रखर थी और हमारे ह्रदय की भावना कहती हैं कि वे और स्वस्थ रहते और आज भी भारत के प्रधानमंत्री रहते तो भारत से गौहत्या का कलंक पूरी तरह से मिट चुका होता क्योंकि जो संतो की भावना समझकर 2 घंटों में बिना देरी किए भारत सरकार की रेल को चारा परिवहन के लिए निःशुल्क कर देते है, ऐसे महापुरुष होते तो बहुत कुछ कर जाते उनके जन्मदिवस पर उनको वंदन करते हुए हम भगवान से प्रार्थना करते है कि है प्रभु अटल जी जैसा कोई सामर्थ्यवान प्रधानमंत्री देकर भारत से गौहत्या का कलंक दूर करे और जैसे पूरा विश्व योगदिवस मनाता है,उसी प्रकार पूरा भारत गोपाष्टमी , धेनु दिवस मनाना शुरू कर दे ।
स्वामीजी ने आज की कथा में बताया कि इस कलियुग में जहां भी हम नजर डालते है,उधर कुसंग ही कुसंग नज़र आती है लेकिन इस वातावरण में भी भगवती गोमाता की संगति हमें मिल रहीं है अर्थात जिन देवताओं ने हम पर कृपा कर हमें हवा के रूप में प्राणवायु,सूर्य के माध्यम से रोशनी एवं विटामिन डी,बादलों के माध्यम से जल आदि व्यवस्था दी हो और जिन्होंने भगवती गोमाता को अपनी मां माना है और हमारे शास्त्रों में तो स्पष्ट उल्लेख है कि मातृ सर्व भूतानां.......यानि गोमाता को सब देवताओं ने अपनी मां के रूप में स्वीकार किया है तो फिर तो हमारा विशेष कर्तव्य बनता है कि हमारा पल पल क्षण क्षण गोमाता की लिए न्योछावर होना चाहिए ,गोमाता के लिए बलिदान हो जाना चाहिए अर्थात जिसके गोमूत्र ,गोबर, गोरज एवं गोपुच्छ की इतनी महिमा है यानि जिसका पृष्ठभाग इतना पवित्र है तो भगवती गोमाता का सम्पूर्ण स्वरूप कितना श्रेष्ठ होगा और इसलिए तो कन्हैया हमेशा गईंया के पीछे पीछे चलते थे ।

*गो कृपा कथा के 261 वें दिवस पर आगर जिला के सामाजिक समरसता सह संयोजक.श्री भंवर सिंह खींची ग्राम कोईडीया.श्री महेश जाट एवं विशाल जाट 
 पित्याखेड़ी, जिला मन्दसौर,लोकेंद्र सिंह जी सोनगरा ,किशोर सिंह जी सोनगरा,कारु सिंह जी सोनगरा,भरत जी शर्मा,राजेन्द्र जी व्यास ग्राम बोलिया बुजुर्ग(सुनेल) सुनेल ,उमाशंकर जी शर्मा(व्याख्याता),) शासकीय राजकीय उच्चतर विद्यालय सुदवास (बडौद),आशुतोष जी शर्मा,मणिशंकर जी शर्मा (अधीक्षक),श्रीमती रेखा शर्मा,श्रीमती मंजू जी शर्मा,श्रीमती सरिता जी शर्मा बडौद एवं सुसनेर से डॉक्टर नवीन जी सेठी अपनी अर्द्धांगिनी श्रीमती मालती सेठी आदि अतिथि उपस्थित रहें*

*261 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 261 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले की नलखेड़ा तहसील के भैसोदा ग्राम में संचालित श्री रामकृष्ण गोशाला की और से ग्राम पंचायत के सरपंच महेश पाटीदार ,दीपक पाटीदार,महेश पाटीदार, पवन पाटीदार एवं जयनारायण पाटीदार के साथ ग्राम के सेंकड़ों पंच पटेल,युवा शक्ति एवं मातृशक्ति ने अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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गौ माता को 51 क्विंटल सब्जी और फलों का लगाया छप्पन भोग*


*गो संवर्धन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष स्वामी अखिलेशानंद जी के मुख्य आतिथ में मनाया गया गो महोत्सव*
*स्वामी जी ने कहा गो तस्करों के ठिकानों पर चलाया जाए बुलडोजर*
*आगर मालवा।* भारत विकास परिषद शाखा आगर द्वारा विश्व के सबसे बड़े गौ अभ्यारण सालरिया में गो महाउत्सव का भव्य रूप में आयोजन किया गया भारत विकास परिषद के अध्यक्ष कैलाश माहेश्वरी ने बताया कि
इस आयोजन के तहत 51 क्विंटल सब्जी और फलों का छप्पन भोग गौ माता को अर्पित किया गया यह आयोजन गो संवर्धन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष स्वामी अखिलेशानंद जी महाराज के मुख्य अतिथि में और कथावाचक गोपालानंद सरस्वती जी महाराज एवं कपिल दीदी के मार्गदर्शन में मनाया गया। इस महाउत्सव में परिषद के सदस्यों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और गौ सेवा का पुण्य लाभ प्राप्त किया।


इस दौरान गो अभ्यारण में गौ माता की चुनर यात्रा भी निकाली गई जो आकर्षण का केंद्र रही 

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अपना अधिकार सुरक्षित रखना चाहते है तो बहुसंख्यकों की भावनाओं की कद्र करें अल्पसंख्यक*-


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 254 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज छत्तीसगढ़ के सतनाम परम्परा के प्रेरणा स्त्रोत गुरु घासी दास जी महाराज का प्रकट दिवस है। : गुरु घासीदास ने जाति व्यवस्था का कड़ा विरोध किया और एक ऐसे समाज की वकालत की जहाँ सभी के साथ सम्मान और गरिमा के साथ व्यवहार किया जाता है। सामाजिक सुधार: अपनी शिक्षाओं के माध्यम से, उन्होंने लोगों को अस्पृश्यता की प्रथाओं को छोड़ने और आंतरिक शुद्धता और नैतिकता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया उन्होंने समाज को जीव हत्या नहीं करना, मांसाहार नहीं करना।, चोरी, जुआ से दूर रहना एवं नशा सेवन नहीं करना आदि सन्देश दिया ।
स्वामीजी ने बताया कि आज अल्पसंख्यक अधिकार दिवस भी है ,हमारे अधिकार हमें मिलने चाहिए लेकिन कर्तव्य कर्म ही हमारा वास्तविक अधिकार है इसलिए अल्पसंख्यकों से भी आग्रह है कि आप भारत भूमि पर विराजते है,हम आपका सम्मान करते है व अल्पसंख्यकों का भारत भूमि में सम्मान एवं सुरक्षा रही है,लेकिन अल्पसंख्यकों का भी कर्तव्य बनता है कि वे बहुसंख्यकों की भावना की भी कद्र करें अर्थात हमारे मंदिरों ,हमारे पूजा स्थलों,हमारे महापुरुषों का अनादर नहीं किया व हमारी भगवती गोमाता के वध का विचार नहीं किया तो भारतवासी बहुसंख्यक तो आपको अपने माथे पर बिठाने के लिए तैयार है। आपका अधिकार सुरक्षित करना चाहते है तो आपका सबसे पहला कर्तव्य बहुसंख्यक भाई बहनों की भावना के साथ आप खिलवाड़ न करें ,गोमाता को तो तनिक भी कष्ट न दे अगर आपने गोमाता को कष्ट नहीं दिया तो हम तो आपको भैया की तरह स्वीकार करने के लिए तैयार है, परन्तु आप गोमाता को कष्ट दोगे
तो फिर हम आपको भाई नहीं कसाई ही मानेंगे और कसाई का इलाज़ प्रेम व माला से नहीं भाला और तलवार से ही होता है। 
स्वामीजी ने राजा विक्रमादित्य की गो सेवा के बारे में बताते हुए कहां कि प्राण जाएं पर गायमाता के प्राण बचाएंगे यह राजा विक्रमादित्य का दृढ़ निश्चय था और वे अपने वचन पर अडिग रहें, मैं आपको गोमाता के लिए प्राण देने के लिए नहीं कह रहा बस आप गाय के साथ जीना सीख लीजिए अर्थात आप सड़क पर घूम रही एक निराश्रित गोमाता को दूध के लिए नहीं बल्कि सेवा के लिए पाल लीजिए क्योंकि उसकी सेवा का पुण्य अधिक मिलता है और जिंदगी में सुखी रहना है तो गोसेवा की और ही जाना होगा ।

*गो कृपा कथा के 254 वें दिवस पर गौरी शंकर डग ,रामकिशन टेलर एवं लक्ष्मी नारायण सेन उर्फ पप्पू लाल,मांगीलाल अपने क्षेत्र की मातृ शक्ति को बस में लेकर अतिथि के रूप में उपस्थित रहें*

*254 वे दिवस पर चुनरीयात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 254 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले की बकानी तहसील के नानोर स्थित गोशाला की और से गोसेवा समिति अध्यक्ष देवी सिंह,उपाध्यक्ष सज्जन सिंह,सचिव बालू सिंह अध्यापक,कोषाध्यक्ष भगवान सिंह, सदस्य राजेन्द्र सिंह,शिवसिंह पूर्व सरपंच, श्याम सिंह,नयन सिंह, भवानी शंकर, सुजान सिंह ,नारायण सिंह, बालू सिंह मनोहर सिंह, जसवंत सिंह, हिन्दू सिंह आदि पंच पटेलो के साथ ग्राम के युवा एवं सैकड़ों मातृशक्ति ने अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया ज्ञातव्य हो कि डॉक्टर तिवारी जी का परिवार हर माह भगवती गोमाता के लिए चुनरी ओढ़ाते है और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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गोतीर्थ बनकर पूरे विश्व में अपनी कीर्ति स्थापित करेगा गो अभयारण्य मालवा* -


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 260 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज ही के दिन वल्लभाचार्य जी के द्वितीया पुत्र के रूप में श्री विट्ठलनाथ जी प्रकट हुए है और इनके जीवनकाल में गोमाताएं बहुत सुखी रही है क्योंकि उनका गोमाताओं के प्रति अपार स्नेह रहा है और पूज्य गुसाई विठ्ठल जी के जन्मोत्सव के शुभ दिन में ही आज से 12 वर्ष पूर्व 24 दिसम्बर 2012 को मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं गो संवर्धन बोर्ड मध्यप्रदेश द्वारा संचालित विश्व के इस प्रथम गो अभयारण्य रूपी वटवृक्ष का बीजारोपण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के परम पूजनीय सरसंघ चालक डॉक्टर मोहन जी भागवत के करकमलों एवं भारत सरकार के वर्तमान कृषि मंत्री एवं उस समय के मध्यप्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चौहान की अध्यक्षता में हुआ है और आज यह वटवृक्ष अपनी युवावस्था में प्रवेश कर श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के संरक्षक एवं संस्थापक गो ऋषि पूज्य स्वामी दत्त शरणानंद जी महाराज की पावन सन्निधि में प्रस्फुटित होकर लहलहा रहा है और आने वाले समय में यह विशाल वटवृक्ष के रूप में मालवा का गोतीर्थ बनकर पूरे विश्व में अपनी कीर्ति स्थापित करेगा । कामधेनु गो अभयारण्य के स्थापना दिवस पर आदरणीय मेघराज जी जैन और उनके साथ कंधा से कंधा मिलाकर उस समय नींव के पत्थर की भूमिका निभाने वाले लाल सिंह जी,कालू सिंह जी,नाथूसिंह जी सालरिया सहित जिन जिन भी गो भक्तों की भूमिका इस अभयारण्य के स्थापना के समय रहीं है उन सभी श्रेष्ठिजनों का पूज्य महाराज जी ने आभार जताया ।
स्वामीजी ने नारायण जी देसाई के जन्मदिवस एवं भारतीय राष्ट्रवादी, वैज्ञानिक और आविष्कारक सतीश चंद्र दासगुप्ता का आज निर्वाण दिवस पर उनको याद करते हुए उनके कार्यों से प्रेरणा लेने की बात कही ।
पूज्य स्वामीजी ने राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर देश वासियों से अपील की कि लोग आपको जागृत करने के लिए जागो ग्राहक 9जागो,, अपने अधिकार का उपयोग करों लेकिन हम कहते है, जागो ग्राहक जागो,अपने विचारों का उपयोग करों , अधिकारों का नहीं । हर कोई अधिकार चाहता है,विचार एवं कर्तव्य का पालन कोई करता नहीं है और सब अधिकारों की आंधी में डूबे पड़े है और आज राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर यही कहूंगा कि हमें जिस जिस का उपयोग करना है उसके बारे में जागना चाहिए क्योंकि बाजार कचरे एवं नकली सामान के ढेर से भरा पड़ा है उससे बचकर हमें गो दुग्धान एवं गो कृषि से उत्पन्न अन्न का ही उपयोग कर हमें भारतीय उपभोक्ता बनना चाहिए क्योंकि हमारे अन्दर अच्छा जाएगा तो अन्दर से कुछ अच्छा निकलेगा ।
पूज्य स्वामीजी ने आज की गोकृपा कथा में तिलक की महिमा के बारे में बताते हुए कहां कि तिलक हमारी सतोगुणी वर्दी है अर्थात जिस प्रकार एक सैनिक के लिए उसकी वर्दी का महत्त्व है और उसको पहनकर वह अपने आप पर गर्व की अनुभूति करता है,उसी प्रकार हर सनातनी के लिए तिलक की महत्ता है और जब उसके ललाट पर तिलक सुशोभित होता है तो उसमें अपने आप सतोगुण आ जाता है ।





*गो कृपा कथा के 260 वें दिवस पर युवराज राठौर डाबी, राणा प्रवीण सिंह पालड़ा, मृत्युंजय सिंह राठौड़ जयपुर , दूले सिंह तंवर 
शिवपाल सिंह तंवर , नारायण नाथ, शुभम नाथ नापा खेड़ी (आगर) एवं श्याम लाल व्यास बरडिया लड़ा(झालावाड़)अतिथि उपस्थित रहें*


*260 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के पिड़ाव से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 260 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले के पिड़ावा की महिला मंडल ने अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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जिस किसान के घर में बैल हो उसी को सब्सिडी दे सरकार


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 258 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज भारत के चार महापुरुषों को स्मरण करने का दिवस है जिसमें से दो का आज जन्मदिवस एवं दो का निर्वाण दिवस अर्थात स्वामी सदानंद जी का आज जन्मदिवस है जिन्होंने सेवा और त्याग के अपने दोहरे आदर्शों के माध्यम से रामकृष्ण आंदोलन के शुरुआती इतिहास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे शुरुआती दिनों में गरीबों और प्रभावितों की सेवा करने वाले रामकृष्ण मिशन के नेताओं में से एक थे। उन्होंने मद्रास में रामकृष्ण मठ की स्थापना में स्वामी रामकृष्णानंद की मदद की और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी का भी आज जन्मदिवस है ,जिसे राष्ट्रीय किसान दिवस के रूप में मनाया जाता है साथ ही आज ही के दिन स्वामी श्रद्धानंद जी की हत्या कर दी गई थी। स्वामी श्रद्धानंद का मूल नाम मुंशीराम था। वे भारत के महान राष्ट्रभक्त संन्यासियों में अग्रणी थे। स्वामी श्रद्धानंद ने देश को अंग्रेजों की दासता से छुटकारा दिलाने और दलितों को उनका अधिकार दिलाने के लिए अनेक कार्य किए और स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों की विशिष्ट सूची में वीर अर्जुन लाल सेठी का भी आज निर्वाण दिवस है ।
स्वामीजी ने किसान दिवस पर सन्देश दिया कि किसान सुखी होगा तो देश खुशहाल होगा और किसान दुःखी होगा तो देश दुःखी हो जाएगा क्योंकि किसान के चेहरे में प्रसन्न रहकर हल चलाकर अन्न ,फल, सब्जियां उत्पादित करेगा तो उसको खाने वाला भी प्रसन्न रहेगा इसलिए किसानों की प्रसन्नता से ही राष्ट्र की प्रसन्नता है और किसान दिवस पर हम भगवान से प्रार्थना करते है कि भारत का किसान प्रसन्न रहें लेकिन सच बात तो यह है कि किसान उस दिन खुश होगा जिस दिन किसान के घर पर दो जोड़ी बैल एवं दश गोमाता विराजमान रहेगी उस किसान को कोई दुःखी नहीं कर सकता क्योंकि गायमाता के गोबर की शक्ति से वह पुण्य कमाएगा और बेलों की धर्मशक्ति उसे प्रसन्नता की और भेजेगी और किसान दिवस पर हम किसान भाइयों के लिए भगवान से यही प्रार्थना करते है कि सब के घरों में गोवंश की वृद्धि करें और भारत एवं राज्य सरकार के कृषि मंत्रालयों से आग्रह है वे उन्हीं किसानों को सब्सिडी दे जिनके घरों में बैल हो और ऐसा होने से तीन काम हो जाएंगे पहला तो केमिकल फर्टिलाइजर पर अंकुश लगेगा क्योंकि बेलो का गोबर खेत में डलेगा दूसरा बेल होगा तो उसके मन में धर्म बढ़ेगा और वह अपराध नहीं करेगा और संतुष्ट एवं प्रसन्न रहेगा और तीसरा बैल आधारित अन्न इतना पावन होगा कि वह जिसके भी घर जाएगा वह प्रसन्न एवं सुखी रहेगा जिससे पूरे देश का लाभ होगा और सड़कों पर एक भी गोवंश नहीं घूमेगा ।
स्वामीजी ने आगे बताया कि सेवा का दूसरा नाम है संघर्ष और जहां संघर्ष न हो तो समझ ले कि सेवा में कोई कमी चल रही है क्योंकि सेवा से नव पुण्यों का उदय होता है और संघर्ष से पुराने पाप जल जाएंगे और नए पुण्यों का उदय होगा तो धीरे धीरे हम पुण्यों की कामना न रखते हुए सेवा में लगेंगे और वहीं निष्काम सेवा हम लोगों को हमारी मंजिल परमात्मा तक पहुंचाएगी ।

*स्वामीजी ने बताया कि विश्व के इस प्रथम गो अभयारण्य में श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा एवं दृष्टि दैवी फाउंडेशन ग्वाल प्रशिक्षण करवाकर सम्पूर्ण भारत को प्रशिक्षित ग्वाल उपलब्ध करवाएगा*

*गो कृपा कथा के 259 वें दिवस पर सिंचाई विभाग के SDO गोविन्द पाटीदार,सब इंजीनियर आनन्द वर्मा एवं समय पालक कैलाश राठौर व भोपाल से मोहन लाल सक्सेना, राजेन्द्र सक्सेना अतिथि उपस्थित रहें*


*259 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के अलीराजपुर से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 259 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के अलीराजपुर गायत्री गोपाल गोशाला जोबट से राजेन्द्र टबली, श्रीराम गोशाला अलीराजपुर से सुनील राठौर ,दिनेश सस्तीया एवं भूपेंद्र माली व राजस्थान के झालावाड़ जिले के भवानीमंडी क्षेत्र से कुंडीखेड़ा ग्राम की महिला मंडल ने अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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