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दैनिक समाचार



दवा देवी फाउंडेशन के शुभारंभ के साथ दाता देवी, दाना देवी एवं दृष्टि देवी फाउंडेशन का भी बीजारोपण


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 249 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि हमारे देश में गोमाता का स्थान तो देवताओं से भी श्रेष्ठ माना गया हैं !!
"गावः पवित्रा मंगल्या देवानाम् अपि देवता:।।"
हम सभी सनातनी गोमाता की सेवा करके गौरव का अनुभव करते हैं! गो सेवा का ही एक अंग है गो माता की चिकित्सा!!! परंतु 
हमारे देश में मनुष्य का इलाज तो सहजता से हो जाता है, मनुष्य बोल कर अपनी पीड़ा बता सकता है, और शासकीय स्तर पर भी मनुष्यों के लिए निःशुल्क अथवा कम मूल्य में भी दवाई अथवा उपचार प्राप्त होता है परंतु जब किसी गो माता को पीडा होती है , सडक पर गो माता की दुर्घटना होती है ,तब गो माता बोल नहीं सकती ,वह गोमाता मौन रहकर के ही दुख लीला प्रकट करती है, ,गोमाता जी मौन है...वो अपनी व्यथा शब्दों से नहीं बता सकती, गोमाता को समय पर उपचार नहीं मिलने की स्थिति में गोमाता गोलोंक पधार जाती है !
हम सभी सनातनी होने के नाते हमारा कर्तव्य बनता है हम गो माता की महिमा को समझ करके गो माता ने हमें जो सेवा का अवसर दिया है उसका लाभ प्राप्त करें, उसी के तहत पूज्य गुरुदेव दाता भगवान स्वामी रामज्ञान जी तीर्थ श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के संस्थापक परम श्रद्धेय गोऋषि पूज्य स्वामी दत्तशरणानन्द जी महाराज के शुभ आशीर्वाद एवं पूज्य ग्वाल संत गोपालाचार्य गोपालानंद सरस्वती जी महाराज के पावन सानिध्य में व गो सेवक साध्वी कपिला गोपाल सरस्वती जी के नेतृत्व में दवा देवी फाउंडेशन का शुभारंभ विश्व के सबसे बड़े कामधेनु गो अभयारण्य ,सालरिया में छह सहस्त्र गौमाताओं के सानिध्य में चल रहे एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महा महोत्सव के मंच से दवा देवी फाउंडेशन नाम की संस्था का शुभारंभ का शुभारंभ मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र एवं राजस्थान उत्तरप्रदेश के निष्काम गौ चिकित्सालय टोडा रायसिंह, टोंक,आजाद हिन्द गौशाला, छाण, टोंक, दाता स्वामी राम गौ चिकित्सालय, करांटी, श्रीमती भानुबेन बाबूलाल शाह गौशाला, अमलनेर, जलगांव, महाराष्ट्र,खाद्य व्यापार संघ, जैसलमेर,वागड़ बने वृंदावन, बांसवाड़ा, श्री नरसिंह बीड़ गौशाला, ब्यावरा ,धेनु गोपाल गौशाला, सियाना, राजसमंद,गौ सेवा समिति, नलखेडा, आगर- मालवा, पंचमुखी हनुमान नंदी गौशाला, आगरीया, दाता स्वामी राम गौ चिकित्सालय, गोवर्धन गोपाल गौशाला, तलवाडा, बांसवाड़ा,आस्था गौ कृपा धाम, शेरी, जलगांव, महाराष्ट्र, नमामी गौ सेवा समिति, नाव घाट खेड़ी, बडवाह, खंडवा, मध्यप्रदेश,श्री सोमनाथ गौशाला, सरदार नगर ,भीलवाड़ा,राजस्थान मुसालिया गोधाम चिकित्सालय,सोजत रोड , पाली, राजस्थान, गोसेवा हेल्पलाइन,बरेली गौ सेवा, ग्रुप, उत्तरप्रदेश, अटल गौ सेवा संस्थान, शहडोल, मध्य प्रदेश आदि चिकित्सालय को भगवान मीरा माधव , कल्पगुरु दत्तात्रेय भगवान एवं करणी मैया के सानिध्य में मंत्रोचार के साथ निःशुल्क दवा के कीट देकर शुभारंभ हुआ ।
पूज्य महाराज जी ने बताया कि दवा देवी फाउंडेशन के बीजारोपण के साथ साध्वी श्रद्धा गोपाल सरस्वती जी के नेतृत्व में दाता देवी फाउंडेशन जो निराश्रित गोवंश के आवास निर्माण , साध्वी आराधना गोपाल सरस्वती के नेतृत्व में दाना देवी फाउंडेशन जो बीमार गोवंश के चारे दाने की व्यवस्था एवं साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती के नेतृत्व में दृष्टि देवी फाउंडेशन जो कमजोर गो चिकित्सालयों ने cctv कैमरा एवं उनकी अन्य आधारभूत व्यवस्था करेगा उक्त तीनों फाउंडेशन की भी आज बीजारोपण किया जो शीघ्र ही प्रस्फुटित होकर गोमाता के हित में कार्य करेगा। 
 
*दवा देवी फाउंडेशन के शुभारंभ के अवसर पर गोपाल सैनी, नेमीचंद फ़गोटिया,रामनारायण सैनी सीकर,सत्यनारायण चांडक सूरत,मनोज गोयल जयपुर, लटूर सिंह गुर्जर सवाई माधोपुर,जय कुमार त्रिवेदी तलवाड़ा, कांतिलाल व्यास बांसवाड़ा, जयंत बांसवाड़ा,पवन बॉबी ब्यावरा,गुमान सिंह ,नारायण सिंह,कृपाल सिंह ढाकनी,श्रीराम प्रचार समिति जयपुर से श्रीमती अनिता जी शर्मा,सुरेन्द्र कुमार शर्मा,वासुदेव शर्मा,शंभूदयाल शर्मा जयपुर,विनीत पोरवाल झालावाड़, द्वारकादास लड्डा, प्रदीप बजाज सुसनेर,नारायण सिंह पटपड़ा,कालू सिंह लोधाखेड़ी एवं लाल सिंह, कालू सिंह,नाथू सिंह सालरिया आदि अतिथि उपस्थित रहें*


*विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में आगामी 15 दिसंबर को कल्पगुरु दत्तात्रेय भगवान का प्रकट उत्सव रहेगा*


*गो कृपा कथा के 249 वें दिवस पर अतिथि उपस्थित रहें* 



*249 वे दिवस पर चुनरीयात्रा हरियाणा एवं राजस्थान से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 249 वें दिवस पर चुनरी यात्रा हरियाणा के हिसार जिले के लाढवी ग्राम से एकलव्य गोपाल जी महाराज के पिताश्री श्री राम मूर्ति जी कंसुलिया की और से उनकी धर्मपत्नी श्रीमती निर्मला देवी
पुत्र निशांत जी एवं पुत्री प्रियंका व राजस्थान के झालावाड़ जिले की सुनेल तहसील के डाबला खींची ग्राम से ठाकुर सा कालू सिंह सोनगरा, रोडू लाल दांगी, बाबू लाल पाटीदार, रामबाबू चौधरी, सुरेश वैरागी,विकास जैन,सुरेश दांगी,उमेश दांगी, दुर्गेश प्रजापत,किशोर वर्मा एवं विष्णु व रामनारायण दांगी के साथ सेंकड़ों मातृ शक्ति,युवा अपने ग्राम की और से अपने परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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8 गोमाता से सेवा प्रारंभ कर 1,57,000 गोमाता की सेवा करने वाला विश्व का प्रथम गोसेवा केन्द्र बन गया है पथमेड़ा


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 247 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है आज ही मां नर्मदा की गोद में रहकर हनुमान जी महाराज को अपने हृदय में धारण कर भगवान राम का निरंतर चिंतन करने वाले दिव्य संत सियाराम बाबा ने मोक्षदा एकादशी के ब्रह्ममुहुर्त में ब्रह्म में विलीन हो गए ऐसे दिव्य संत को नमन करते हुए बताया कि परम पवित्र सर्वहितैषणी वेदलक्षणा गाय एवं उनका वंश आज आसुरी प्रवृत्ति से ग्रस्त विषयलोलुप हृदयविहीन मानवाकार दानवों की अवैध कामनाओं का शिकार हो रहा है और प्रतिवर्ष भारत की धर्मधरा पर डेढ़ करोड़ से गोवंश की कत्लखानों में निर्ममता एवं क्रूरतापूर्वक हत्या हो रही है, इतना ही गोवंश निराश्रित एवं उपेक्षापूर्वक छोड़ दिया जाता है। इस तरह प्रतिवर्ष 3 करोड़ गोवंश की क्षति होती है। यह इस राष्ट्र पर गोहत्या के महापाप का विनाशकारी कलंक है। इसे मिटाने की दृष्टि से ही आज से 11 वर्ष पूर्व हिमालय में तपस्या कर रहें गो ऋषि पूज्य स्वामी दत्तशरणाननंद जी महाराज ने पूज्य सन्तों के सानिध्य में 17 सितम्बर 1993 को पुनः भारत की पवित्र गोचारण भूमि द्वारका क्षेत्र आनन्दवन पथमेड़ा से राष्ट्रव्यापी रचनात्मक एवं सृजनात्मक गोसेवा महाभियान का सूत्रपात किया क्योंकि आज ही के दिन सांचोर के गोरक्षक वीरों द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 15 पर ट्रक में गुजरात के कत्लखानें ले जाये जा रहे 22 वेदलक्षणा गोवंश को तथा पाकिस्तान की सीमा पर ले जायी जा रही 8 सवत्सा गायों को गो तस्करों सेछुड़वाया था उन गोमाता से सेवा प्रारंभ की जो 31 वर्ष बाद 157000 गोमाता की मातृभाव से सेवा हो रहीं है। 
स्वामीजी ने बताया कि आज गीता जयंती है।हरि के मुख से ही गीता प्रकट हुई है और हरि के मुख से ही गोमाता प्रकट हुई है , इसलिए दोनों आपस में बहिनें है और महापुरुषों ने भगवती गीता को गोमाता की पुत्री भी माना है अर्थात उपनिषदों की गोमाता बनाकर कन्हैया स्वयं ग्वाला बनकर गीता रूपी दुग्धपान हमें कराया है । यह ऐसा अमृत है,जिसे पीने वाला अमर हो जाता है क्योंकि गीता जी का अमृत पीने के बाद न जन्म होता है न मरण बल्कि वह तो हरि में ही विलीन ही जाता है और सीधा सीधा कहें तो सम्पूर्ण महाभारत का सार गीता जी के 18 अध्यायों में है ।
 

 *श्रीमती सुलोचना देवी पाटीदार धर्मपत्नी श्री मांगी लाल जी पाटीदार एडवोकेट इंदौर श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के स्थापना दिवस पर श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के आजीवन न्यासी बने*

*विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में आगामी 13 दिसंबर को दवा देवी फाउंडेशन का शुभारंभ एवं 15 दिसंबर को कल्पगुरु दत्तात्रेय भगवान का प्रकट उत्सव रहेगा*


*गो कृपा कथा के 247 वें दिवस पर अतिथि उपस्थित रहें* 



*247 वे दिवस पर चुनरीयात्रा मध्यप्रदेश की ओर से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 247 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के इन्दौर से श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के आज बने आजीवन न्यासी श्रीमती सुलोचना देवी पाटीदार पत्नी मांगीलाल जी पाटीदार एडवोकेट इन्दौर आगर मालवा जिले की सुसनेर तहसील के डोंगर गांव से श्री रामदयाल शर्मा के परिवार की और एवं सुसनेर के राधेश्याम शर्मा, हरिनारायण शर्मा के परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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जब से हम गो से दूर हुए है तब से हम हमारी संस्कृति को विस्मृत करते जा रहें है*


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 248 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज राष्ट्रकवि मैथिलीशरण जी का निर्वाण दिवस है,जो एक वैष्णव होने के साथ साथ एक सुधारवादी थे और उनकी बातों का लोहा तत्कालीन सभी क्रांतिकारी मानते थे आजादी के लिए उन्होंने अपनी कविताओं के माध्यम से एक नई अलख जगाई थी और उनकी लिखी रामायण आज भी बड़े भाव से पढ़ी जाती है अर्थात जिस समय ब्रज भाषा का बोलबाला था उस समय खड़ी बोली में एक नया एवं अदभुत दिव्य काव्य भारत को दिया वही आज एक दिव्य पुरुष रामानंद जी सागर जिन्होंने भारत ही नहीं सम्पूर्ण विश्व को टीवी सीरियल के माध्यम से रामायण दिखाकर जन जन के हृदय में राम जी को वापस बैठा दिया था रामायण के माध्यम से प्रभु राम को जन जन तक पहुंचाने वाले कवि मैथिलीशरण एवं रामानंद जी सागर को सादर श्रद्धांजलि देते हुए नमन किया ।

पूज्य महाराज जी ने बताया कि आज एक विशेष दिवस है आज ही के दिन भगवान विष्णु ने अपने 24 अवतारों में से प्रथम अवतार मत्स्य रूप में लेकर हवयग्रीव राक्षस जिसने ब्रह्मा जी से वेद पुराण चुरा कर धरती को वेद रहित कर दिया था जिसके कारण धरती में वेद रहित एवं वेद विरुद्ध कार्य होने लगे थे तब माघ माह की द्वादशी जिसे मत्स्य द्वादशी के नाम से जाना जाता था है भगवान विष्णु ने मत्स्य रूप में अवतार लेकर हवयग्रीव राक्षस से पुनः वेदपुराण वापस लेकर ब्रह्मा जी को लौटाएं थे लेकिन भारत के 99 प्रतिशत लोगों को भगवान के प्रथम अवतार कब हुआ था इसकी जानकारी नहीं है इसका मूल कारण *जब से हम गो से दूर हुए है तब से हम हमारी संस्कृति त्यौहार उत्सवों को विस्मृत करते जा रहें है* अर्थात जिस मालवा में आज से 2081 वर्ष पहले उज्जैन के राजा विक्रमादित्य जी शकों को भारत से खदेड़ कर शक संवत् से विक्रम संवत्सर प्रारंभ किया था वहीं मालवा वासी आज विक्रम संवत की तिथियों को भूलकर अंग्रेजी तारीख याद रख रहें है जो बड़े दुःख की बात है ।
स्वामीजी ने गोपुच्छ एवं गोदान का महत्व बताते हुए गो पुच्छ की महिमा के बारे में बताते हुए कहां कि गाय माता का अनुशरण करके ही राजा भोज महान दानी एवं विद्वानों की श्रेणी में अपना नाम अमर कर गए और उनके ज्ञान की महिमा आज भी मुहावरों में कही न कही प्रयोग किया जाता है क्योंकि राजा भोज ने अपने ज्ञान एवं संपत्ति का उपयोग दूसरों के लिए किया है और हमारे धर्म ग्रंथों एवं पुराणों में कहा भी है कि संसार की सम्पत्ति का उपयोग संसार के लिए ही होना चाहिए अर्थात हमें प्राप्त सुविधाएं,संसाधन, सम्पत्ति सब कुछ संसार का ही दिया हुआ है और इसका उपयोग संसार के लिए ही होना चाहिए ।

 स्वामीजी ने गोदान का महत्व बताते हुए कहां कि अपात्र को गोदान देने से गोदान देने वाले एवं लेने वाले दोनों को ही नरक जाना पड़ता है इसलिए इस समय गोदान के बजाय गो के लिए दान का अधिक महत्व है और इस कलिकाल में तो चारा दान सबसे बड़ा दान है इसलिए हमारे आस पास कही भी निराश्रित गोवंश घूम रहा है उसे चारा अवश्य डाले क्योंकि वह किसानों के खेत में जाती है तो वहां डंडे की मार खाती है और और गलियों में प्लास्टिक की थैलियां इसलिए सड़कों गलियों में घूमने वाली गोमाताओं को चारा खिलाना सबसे बड़ा दान है ।
 

 


*विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में आगामी 13 दिसंबर को दवा देवी फाउंडेशन का शुभारंभ एवं 15 दिसंबर को कल्पगुरु दत्तात्रेय भगवान का प्रकट उत्सव रहेगा*


*गो कृपा कथा के 247 वें दिवस पर गिरिराज पाटीदार एवं नंदकिशोर पाटीदार खेलागांव 
अतिथि उपस्थित रहें* 



*248 वे दिवस पर चुनरीयात्रा मेवाड़ से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 248 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के मेवाड़ की पुण्यधरा चित्तौड़गढ़ से गोवत्स बटुक आनन्द जी महाराज के माताश्री शारदा बैरागी के परिवार की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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गोमांस पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाकर अपने नाम को सार्थक किया है असम के मुख्यमंत्री हेमन्त विश्वशर्मा ने*-


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 242 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज डॉ. बी.आर. अंबेडकर की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में 6 दिसंबर को हर साल महापरिनिर्वाण दिवस मनाया जाता है साथ ही आज का दिन शौर्य दिवस के रूप में भी मनाया जाता है क्योंकि आज ही के दिन श्रीरामजन्म भूमि अयोध्याजी में बाबरी ढांचे के कलंक को देश के कारसेवकों ने गिराया था और अब वहां भगवान रामलला अपने भाइयों के साथ भव्य मन्दिर में विराजमान है और भगवान राम को अपने जीवन में मातृ भूमि एवं गोमाता दोनों से बहुत प्रेम रहा है ।
तिथि के अनुसार आज ही के दिन भगवान राम का जनक दुलारी सीताजी के साथ विवाह हुआ था और सीता रामजी के विवाह में गोमाता की अहम भूमिका रही है अर्थात सीतामाता का उद्भव भी धरती माता से गोमाता के वत्स नन्दी बाबा के माध्यम से हल की नोंक से हुआ है ।
स्वामीजी ने आगे बताया कि असम के मुख्यमंत्री हेमन्त विश्व शर्मा की सरकार सम्पूर्ण राज्य में गोमांस परोसने पर प्रतिबंध लगाया है और अब असम में किसी भी होटल,रेस्टोरेंट, लारी, ठेला या अन्य कही भी गोमांस परोसता,खाता पाया गया तो उसे 8 साल की कठोर सजा एवं 2 से 5 लाख रुपए के दण्ड का प्रावधान किया है,पूज्य महाराज जी ने असम के मुख्यमंत्री जी का आभार जताते हुए कहां कि आपने हिम्मत कर अपने नाम को सार्थक किया है और आग्रह किया है कि आपने गौहत्या रोकने के लिए जो कानून बनाया है उस कानून का कड़ाई से पालन हो ताकि कोई गौहत्या करने का दुस्साहस न कर सकें ।




*242 वे दिवस पर चुनरीयात्रा गो रक्षा कमांडो फोर्स की ओर से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 242 वें दिवस पर चुनरी यात्रा प्रहलाद कुमार राठौर राष्ट्रीय प्रभारी गौ रक्षा कमांडो फोर्स, प्रहलाद जाट प्रदेश संगठन मंत्री गो रक्षा कमांडो फोर्स, राजू मेघवाल जिला उपाध्यक्ष कोटा, अजय बना संगठन मंत्री कोटा जिला, पवन शर्मा जिला अध्यक्ष झालावाड़,गौ रक्षा कमांडो फोर्स टीम गोविंद पूरा झालावाड़ झालरापाटन गोपाल परिवार गो सेवा समिति, मेघराज जिला कोषाध्यक्ष झालावाड़, दिलीप बैरागी जिला सचिव झालावाड़, आर्यन लोधा, बबलू लोधा, मनीष लोधा, पवन कटारा,नरेश लोधा , चंदू लोधा टीम गोविंदपुरा ने अपने परिवार के साथ सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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जो गोसेवा में लग गया उसका मनुष्य जीवन सफल हो जाता है


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 243 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज भारत के एक क्रांतिकारी वीर जतिन्द्रनाथ मुखर्जी का जन्मदिवस है । जब उन्होंने अकेले ही तीन घंटे तक रॉयल बंगाल टाइगर से लड़ाई की और खंजर से उसे मार डाला था तब उन्हें बाघा जतिन' की उपाधि मिली थी, कॉलेज के छात्र के रूप में जतिन्द्रनाथ स्वामी विवेकानंद की आयरिश शिष्या सिस्टर निवेदिता द्वारा आयोजित एक राहत शिविर में शामिल हुए थे।
साथ ही आज भगवान कृष्ण के परम भक्त नरसी मेहता का निर्वाण दिवस है वे संसार के ऐसे व्यक्ति थे जिनके पास संपति के नाम से कुछ नहीं था लेकिन फिर भी वे संसार के सबसे धनी व्यक्ति थे यानि उनके पास राम नाम रूपी धन का अथाह भण्डार था और इसके प्रभाव से ही नरसी नानी बाई का मायरा भरने नानी बाई के यहां पहुंचे तो भगवान से भक्त का भरोसा नहीं उठे, इसलिए भगवान कृष्ण को नानी बाई का भाई बनकर भात भरना पड़ा ।

स्वामीजी ने आज की कथा में बताया कि जिन पर गो की कृपा नहीं उस पर नजर लगना स्वाभाविक है और नजर बच्चों, बड़ों को ही नहीं बल्कि मृत एवं निर्जीव को भी लग सकती है क्योंकि नकारात्मक ऊर्जा अपने प्रभाव के कारण ही होता है, जिससे दुःख, कष्ट एवं परेशानी बढ़ेगी इसलिए जो गोसेवा में लग गया उसका मनुष्य जीवन सफल हो जाता है अर्थात चौदह भुवनो को अपने तन में धारण करने वाली भगवती गोमाता अपने शरण में आए जीव का मानव जीवन सफल कर देती है।
कहां भी है कि दूसरों के लिए जीना ही जिन्दगी है बाकि अपने लिए तो श्वान एवं त्रियक योनि में जीने वाले पशु भी जीते ही है और जिन्होंने दूसरों के लिए अपना जीवन लगा दिया असल में यही जीवन है , जो दूसरों के लिए काम नहीं आया वह जीवन जीवन नहीं है ये जीवन केवल रॉबर्ट की तरह ही है यानि उससे मानव जीवन की सफलता नहीं है,मानव जीवन तो तभी सफल है,जब हम हमारे जीवन को दूसरों के लिए लगाएं ।



*गो कृपा कथा के 243 वें दिवस पर निलेश सचदेवा *Head - Nature Based Solutions Equilibrium Company से अतिथि के रूप में उपस्थित रहें और इन्होंने गो अभयारण्य प्रबंधन को भरोसा दिलाया कि शीघ्रताशीघ्र विश्व के इस गोमाता के पुण्य तीर्थ में हमारी Nature Based Solutions Equilibrium Company अभयारण्य एवं अभयारण्य क्षेत्र से जुड़े आस पास के ग्रामों के किसानो के लिए कार्बन क्रेडिट का बड़ा कार्य करेंगे"



*243 वे दिवस पर चुनरीयात्रा राजस्थान एवं मध्यप्रदेश की ओर से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 243 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के भीलवाड़ा जिले की शाहपुरा तहसील के कादेड़ा 
लक्ष्मेन्द्र सिंह - श्रीमती। नन्द कंवर बाई ने
राघवेन्द्र सिंह जी के जन्मदिन पर एवं मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले के आगर नगर के माहेश्वरी समाज के बंधुओं व सुसनेर तहसील के धतुरिया ग्राम की महिला मण्डल ने अपने परिवार के साथ सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में दवा देवी फाउंडेशन का शुभारम्भ 13 दिसंबर को


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 244 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि आज क्रांतिकारी भाई परमानंद जी का निर्वाण दिवस है, जो ग़दर पार्टी के संस्थापक सदस्य भी थे, जो एक भारतीय क्रांतिकारी संगठन था, जिसकी स्थापना भारतीयों द्वारा विदेशी शासन से भारतीयों को मुक्त करने के लिए की गई थी। भाई परमानंद ने ग़दर पार्टी के लिए तारीख-ए-हिंद नामक एक किताब भी लिखी थी। 
पूज्य महाराज जी ने बताया कि गायमाता को साथ रखकर ही भारत को सम्पन्न बनाया जा सकता है क्योंकि जहां गाय होगी ,वहीं सम्पन्नता होगी और जो व्यक्ति सम्पन्न होगा तभी उसमें शालीनता,सहनशीलता,विनम्रता एवं धैर्य आदि गुण आएंगे ।
    पूज्य महाराज जी ने कहां कि आज केवल लम्बी चौड़ी सड़के बना देना ही विकास मान लिया जाता है जबकि जहां तक गोमाता के संरक्षण एवं संवर्धन की बात नहीं होगी तब तक भारत की उन्नति नहीं हो सकती क्योंकि भारत के विकास की मूल भगवती गोमाता ही है और जब देश के गोधन की चिन्ता भारत एवं राज्य सरकार करने लग जाएगी तो भारत में पुनः दूध की नदिया बहने लगेगी और भारत पुनः सोने की चिड़िया बन जाएगा और गोमाता को संरक्षित एवं सुरक्षित करने के लिए देश के हर टोल पर एक गो चिकित्सालय केन्द्र एवं राज्य सरकारो को सरकारी मद से चलाना चाहिए ताकि सड़क दुर्घटना के समय घायल गो वंश का उपचार हो सके ।
   विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महा महोत्सव के 249 वें दिवस पर पूज्य स्वामी रामज्ञान तीर्थ जी महाराज की प्रेरणा एवं श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के संस्थापक परम श्रद्धेय गो ऋषि स्वामी दत्तशरणानंद जी महाराज के शुभ आशीर्वाद एवं गोपालाचार्य स्वामी गोपालानंद जी सरस्वती जी महाराज के सानिध्य में साध्वी कपिला गोपाल सरस्वती जी के नेतृत्व में 13 दिसंबर 2024 शुक्रवार को दोपहर 01 बजे *दवा देवी फाउंडेशन* नामक संस्था का शुभारम्भ होगा ।

 स्वामीजी ने बताया कि देश के अनेक युवा गौसेवा तो करते है,लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से वे उनके उपचार की व्यवस्था ठीक से नहीं कर पाते है उनकी समस्याओं के समाधान के लिए ही उक्त दवा देवी फाउंडेशन* का गठन हुआ है जो देश की दवा कम्पनियों के निर्माताओं,दानदाताओं एवं समाजसेवी संगठनों व उद्योगपतियों से CSR फंड के माध्यम से सहयोग लेकर आगामी दो वर्षों में देश के सभी गो चिकित्सालयों को नि:शुल्क दवा उपलब्ध करवाएगा, जिसका थीम *गो उपचार बिना विचार* रहेगा ।



*गो कृपा कथा के 244 वें दिवस पर सुसनेर के वरिष्ठ अधिवक्ता कन्हैया लाल कुलमी,, बडौद के अधिवक्ता दुल्हे सिंह, केवलदास वैरागी, सम्पत सिंह गुर्जर जिला परिषद सदस्य एवं छान पंचायत के मेंबर हीरा लाल सैनी आदि अतिथि उपस्थित रहें* 



*244 वे दिवस पर चुनरीयात्रा मध्यप्रदेश राजस्थान एवं महाराष्ट्र की ओर से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 244 वें दिवस पर चुनरी यात्रा इंदौर श्री हर्ष मंगलानी - श्रीमती साक्षी मंगलानी ,पाविका मंगलानी सोयत निवासी कैलाश राठौड़ - श्रीमती संतोष की सुपुत्री एवं घनश्याम राठौर सोयत वालों की भतीजी व राजस्थान के बारां जिले की अटरु तहसील के कवाई (सालपुरा ) से शान्तिबाई - राजेंद्र शर्मा एवं टोंक जिले के छान ग्राम के माली समाज की और से रामदेव ,रतिराम ,रामप्रसाद ,.कृष्ण गोपाल,पुरुषोत्तम,हीरालाल,शयोजी,संपत,
योगेश एवं सोनू व महाराष्ट्र की राजधानी मुम्बई के मलाड़ से हरिश, अनीता ,राधा विकास,पिंकी एवं राजस्थान के नवलगढ़ के रामदेव बाबा मंदिर से एवं मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले की जीरापुर तहसील के ग्राम धानोदा से सरपंच घनश्याम गुर्जर सहित ग्राम की माता बहिनें , युवा एवं पंच पटेलो ने अपने परिवार के साथ सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए 56 भोग एवं चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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