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दैनिक समाचार



देह के मैं पन को भूलकर वास्तविक स्वरूप को पहचाने हम* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 301 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि हम हमारे देह के मैं पन को भूलकर हमारे वास्तविक स्वरूप को पहचाने,हम क्या है, कौन है,कहां से आएं है,किसलिए आए है,हमें करना क्या है,,कब तक करना है, कैसे करना है और अन्त में हमें कहा जाना है इस पूरे तथ्य को समझने के लिए ही मानव जीवन का वास्तविक लक्ष्य है,हम धरती पर भोजन करने,पहलवानी करने,सम्मान पाने नहीं आएं है और हम का मतलब यह भौतिक शरीर रूपी देह मिला है वह अपना नहीं है और मिली हुआ कोई भी अपना नही होता है और देने वाला उसे किसी बहाने से वापस ले लेता है इसलिए हम निष्काम नहीं हुए,मन को पवित्र नहीं किया तो हम परेशानी में पड़ जाएंगे अर्थात जीवन शुद्ध नहीं होगा तो हम बुद्ध नहीं बन पाएंगे इसलिए बुद्ध बनने के लिए हृदय को कामना रहित बनाकर सेवा में लगना होगा।
स्वामीजी ने आगे बताया कि संत एवं गौ दोनों एक ही है अर्थात जो गुण संतो में होते है वही गुण गौ में होते है , जिस प्रकार संत हितकारी होता है,वैसे ही गोमाता भी हितकारी है यानि गोमाता थोड़ा भूसा खाकर हमें बदले में गोबर देती है और उस गोबर की दिव्य महिमा को समझ लिया तो कहना ही क्या अर्थात जिस गोबर से गुरु गोरखनाथ जी प्रगट हुए और आज उनके कुल को गौरवान्वित करने के लिए एक संत योगी के साथ राजा भी है और हम भगवान गोरखनाथ जी से प्रार्थना करते है कि वह योगी एक दिन देश का राजा बने जो आज उत्तर प्रदेश का राजा है और गोबर की सामान्य महिमा समझे और उस गोबर को फसल में डालेंगे तो फसल सुधर जाती है और जीवन में डालेंगे तो नस्ल सुधर जाएगी उसी प्रकार संत भी धरती पर पधारते है तो भगवान उन्हें दूसरों के कल्याण के लिए ही भेजते है ,इसी प्रकार गोमाता भी गोलोक का सारा सुख छोड़कर दूसरों के डंडे खाकर भी हमारा कल्याण करने के यह धरती पर इसलिए आती है कि हमें इनकी सेवा मिल जाएं और इनकी निष्काम रहकर सेवा की जाएं तो हमारा जीवन चमका देती है ।

*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में महाराष्ट्र के हिंगोली जिले की सोनगाव तहसील प्रभारी किरण जी इंगोले, कडमनुरी बंशी चव्हाण ,शंभाजी नगर जिला प्रभारी यश बायस, परमेश्वर नलावडे तहसील प्रभारी पैठण(शंभाजी नगर),अंकुश नाडे तहसील प्रभारी धाराशीव,मध्यप्रदेश के हरदा जिले से गोपाल नागर सिरकंबा,दिनेश मालाकार टिमरनी, ईश्वर मालाकार,राजस्थान के कोटा जिले की रामगंजमंडी से बजरंग लाल भील,उदयपुर जिले के भींडर निवासी आनन्द कुमार चौबीसा वल्लभनगर तहसील प्रभारी,चुरु जिले की तारानगर तहसील के भालेरी से हनुमान प्रसाद,कमलेश स्वामी आदि की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा ,कामधेनु गो अभयारण्य ,धेनु देवी फाउंडेशन एवं दृष्टिदेवी फाउंडेशन के तत्वाधान में विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल रहें ग्वाल प्रशिक्षण शिविर के तृतीय दिवस पर साध्वी श्रद्धा गोपाल सरस्वती एवं गोवत्स बालकृष्ण जी महाराज ने प्रशिक्षण दिया*

*301 वें दिवस पर हरनाथ सिंह राजपूत,कानसिंह राजपूत सुई गांव (नलखेड़ा)
महेन्द्र सिंह चौहान
ग्राम चांदखेड़ी बुजुर्ग
तहसील शामगढ़ जिला मंदसौर आदि अतिथि उपस्थित रहें*


*301 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 301 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के बदनावर से बी.एस. TV चैनल मध्यप्रदेश/छत्तीसगढ़ के ब्यूरो चीफ़ विक्की राजपुरोहित अपनी माता श्रीमती ऊषा एवं पिता सुरेश चंद्र राजपुरोहित एवं राजेन्द्र जाट, राजू जाट के परिवार के साथ एवं मन्दसौर जिले की चांदखेड़ी बुजुर्ग की मातृशक्ति एवं सुसनेर तहसील के आकली ग्राम की महिला मंडल एवं परसूलिया ग्राम के जमुना प्रसाद शर्मा के परिवार की ओर से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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हमें न नाम चाहिए न दाम, हमें तो गोहत्या मुक्त हिंदुस्तान चाहिए* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव में स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि कालवा बालाजी महाराज एवं गोरक्षक हनुमान जी महाराज के पावन सानिध्य में भगवती गोमाता महिमा का गुणगान करते आज हम 299 वें दिन का हम आनंद ले रहें है क्योंकि गायमाता केवल दूध ही नहीं देती वह जीवन मरण के बंधन से भी मुक्त करती है, उसी भगवती गोमाता की सेवा के लिए कल की कथा में हमने जो आह्वान किया था कि 5 हजार भैया एवं 5 हजार मैया अगर पूर्ण व्यसन मुक्त एवं निष्काम भाव से गो सेवा में जुट जाएं तो उन 10 हजार से तो हम 20 करोड़ लोग खड़े कर देंगे,जिसके प्रभाव से भगवती गैया मैया के रक्षा का कार्य और उत्तम रीति से हो पाएगा ऐसा आग्रह हमने आपसे किया था और उसी के परिणाम स्वरूप पहले ग्वाल शक्ति सेना संगठन जो भाइयों में कार्य करेगा और कल धेनु शक्ति संघ रूपी संगठन का शुभारंभ 06 बहिनों की अगुआई में प्रारम्भ हो गया है और यह माताएं पूर्ण व्यसन मुक्त रहेगी चाहे कोई कितनी भी मनुहार करें लेकिन चाय,कॉपी एवं अन्य व्यसन सब से दूरी बनाएं रखनी है और कभी भी दूध,दही अथवा घी खाने की बात आएं तो गैया, मैया का ही काम में लेना है और सेवा में निष्काता रहें अर्थात कोई कामना की इच्छा न हो बस यानि हमें न नाम चाहिए न हमें दाम चाहिए हमें तो बस गो हत्या मुक्त हिंदुस्तान चाहिए ,इसी ध्येय के साथ अपना काम खड़ा करना है और हमारे महापुरुषों ने कहां भी है कि की अगर एक कन्या सेवा में लग जाएं तो अनन्त युगों तक नरक में पड़े पुरखों को भी तार देती है और उसी श्रृंखला में आज मातृशक्ति के माध्यम से गो क्रांति में अपनी अग्रणी भूमिका निभाने वाले धेनु शक्ति संघ की सक्रिय कार्यकर्ता के नाते पंजाब के लुधियाना से रानी देवी भारद्वाज , राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से शारदा वैरागी एवं मध्यप्रदेश के खण्डवा से अर्चना तोमर,राजस्थान के चुरु जिले की तारानगर तहसील के ग्राम भालेरी से बहिन दिव्या शर्मा,बहिन कशिश शर्मा एवं बहिन पूजा शर्मा व ग्राम कोटाबाग से बहिन खुशबू आदि की धेनु शक्ति संघ के लिए घोषणा हुई*

स्वामीजी ने बताया कि भारत सहित सम्पूर्ण विश्व में विराजित वेदलक्षणा गोमाता के प्रति भारतीय जनमानस में मातृत्व भाव जगे उसके लिए देश भर से 5 हजार गो कथा प्रवक्ता तैयार हो उसी श्रृंखला के प्रथम चरण में कुमारी धेनु प्रिया गोपाल (अंतिमा वैष्णव),कुमारी राधा गोपाल,कुमारी श्यामा गोपाल ,गोवत्स कृष्ण किरण गोपाल ,संजय कुमार गुप्ता झारखंड,रामेश्वर प्रसाद सिन्हा बिहार,गोवत्स गौरव गोपाल,गोवत्स आनन्द गोपाल,गोवत्स दिनेद्र गोपाल ( दिनेश ),गोवत्स किरण कृष्ण जी (मुखिया जी),गोवत्स भाईश्री भारत गोपाल
,ब्रह्मचारी धनञ्जय गोपाल, ब्रह्मचारी एकलव्य गोपाल,बाल कृष्ण जी महाराज आदि कथा प्रवक्ताओं को दृष्टि देवी फाउंडेशन की मार्गदर्शक साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती दीदी ने इलेक्ट्रॉनिक यंत्र वितरित किए*


 भारत में गौसेवा के लिए कार्य करने वाली गोशालाओं में गो सेवा कार्य करने वाले अनुभवी ग्वाल तैयार करने की दृष्टि से श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा ,कामधेनु गो अभयारण्य ,धेनु देवी फाउंडेशन एवं दृष्टिदेवी फाउंडेशन के तत्वाधान में विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में आज ग्वाल प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हुआ जो एक फरवरी 2025 से 28 फरवरी 2025 तक चलेगा*

*299 वें दिवस पर सुरज मल जागीड,
महादेव प्रसाद जागिड़, सांगलिया जिला सीकर, प्रफुल्ल हाडेकर स्वामी जी बल ब्रह्मचारी धमनगांव रेलवे जिला अमरावली 
महाराष्ट्र, महादेव राव काकडे वीरुन रुगे ,जिला अमरावली महाराष्ट्र आदि अतिथि उपस्थित रहें*


*299 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के कोटा जिले से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 299वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के कोटा जिले के रामगंजमंडी तहसील में स्थित श्री बाकेबिहारी गौ सेवा समिति अमरपूरा रामगंज मंडी की और 
 से पधारे राकेश पांचाल,बजरंगी भील ठाकुर,मोहन मालव ने गोशाला परिवार की ओर से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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सुसनेर जनपद की पंचायतों में संचालित गौशालाओं की कार्यशाला 30 जनवरी को अभ्यारण्य में*


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 294 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि संपूर्ण भारत में विराजित वेदलक्षणा गोमाता सुख पूर्वक रखा जा सके उनके लिए गोपाल परिवार संघ के माध्यम से *धेनु महिमा* एकादश फाउंडेशन का गठन किया जिसमे प्रथम ग्वाल शक्ति सेना जो गो रक्षक संगठन की सहायता गोशालाओ को शासकीय सहायता प्रदान करने में सहायता करना,गो शालाओ को भूमि आवंटन में आ रही समस्या को दूर करना,गो सेवा गो रक्षा हित आंदोलन करना आदि कार्य रहेंगे ।
  दूसरा धेनुधाम फाउंडेशन जो 31 वर्षीय गो पर्यावरण एवं अध्यात्म चेतना पदयात्रा की समस्त व्यवस्थाओं की देखरेख करेगा।
तीसरा दवादेवी फाउंडेशन जो देश की कमजोर गौशालाओं एवं गो चिकित्सालय को दी उपलब्ध करवाएगा ।
चौथा दातादेवी फाउंडेशन जो देशभर में 1008 गो चिकित्सालयों का निर्माण जन सहयोग से निर्माण कराएगा।
पांचवां दानादेवी फाउंडेशन , यह कमजोर गो चिकित्सालयों एवं गौशालाओं को चारा बांटा सप्लाई,और चारागाह विकाश कार्य पर काम करेगा ।
छठा दृष्टिदेवी फाउंडेशन ,यह गौशालाओं में सुरक्षात्मक दृष्टि के लिए केमरे लगाना,समाचार पत्रिका प्रकाशन,साहित्य प्रकाशन,सभी यू ट्यूब और टीवी चैनल मैनेजमेंट आदि कार्य करेगा ।
सप्तम धेनुधारा फाउंडेशन इसका कार्य गो चिकित्सालय में जल संरक्षण जल संसाधन व्यवस्था करना रहेगा ।
अष्टम धेनुधरती फाउंडेशन यह गो ,बेल आधारित कृषि प्रशिक्षण एवं कृषि कार्य करवाना रहेगा ।
 नवम धेनुधन फाउंडेशन इसका कार्य गो कृषि और पंच गव्य आधारित उत्पादों को बाजार उपलब्ध करवाना और उपभोक्ताओ को गो आधारित उत्पाद उपलब्ध करवाना रहेगा
दशम धेनुदेवी फाउंडेशन जो डॉक्टर और ग्वाल प्रशिक्षण और उपलब्ध कराना रहेगा और 
एकादश धेनुदर्शन, फाउंडेशन जो गो संवर्धन और नस्ल सुधार और नस्लो की आंकड़ों सहित जानकारी करना आदि कार्य करेगा और इन सबकी जानकारी प्राप्त करने के लिए 76 वें गणतंत्र दिवस पर Dhenumahima.com बेबसाइड का गठन किया जिसके माध्यम से सभी एकादश फाउंडेशन संबंधित सारी जानकारी प्राप्त की जा सकती है ।
    *सुसनेर जनपद में चलने वाली सभी पंचायत स्तरीय गौशालाओं का प्रबंधन एवं संचालन बेहतरीन एवं श्रेष्ठ तरीके से कैसे हो इसके लिए आगामी 30 जनवरी 2025 को दोपहर 12:30 से 04 बजे तक धेनु देवी फाउंडेशन के तत्वाधान में एक कार्यशाला रहेगी जिसमें ग्राम पंचायत के सचिव,सरपंच,सभी वार्ड पंच ,गोशाला संचालक एवं प्रत्येक ग्राम पंचायत से 5 -7 युवा कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे जिनका मार्गदर्शन पूज्य ग्वाल सन्त गोपालानंद जी महाराज का मार्गदर्शन करेंगे उसके लिए जनपद सी.ओ राजेश कुमार शाक्य एवं गो अभयारण्य प्रबंधक शिवराज शर्मा ने कार्य योजना पर विस्तृत चर्चा की*
*294 वें दिवस पर गोपीलाल भीलवाड़ा ने संकल्प लिया कि जब तक गौ माता राष्ट्र माता नहीं बनेगी वह मौन हीं रहेंगे, सुसनेर से आनंदीलाल सिसोदिया सपरिवार,पवन गहलोत गहलोत ,शिव परमार कनड चोमेला,मदन सिंह,मानसिंह 
मॉलसिंह बनी (झालावाड़)), गोपीलाल भीलवाड़ा आदि अतिथि उपस्थिiत रहें*

*294 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 294 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड जिले की पिड़ावा तहसील के लक्ष्मीपुरा ग्राम की महिला मंडल अपने ग्राम,नगर की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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गोरक्षा संकल्प के साथ मोनी अमावस्या पर त्रिवेणी में डुबकी लगाएं सनातनी* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 295 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने दुःख प्रकट करते हुए बताया कि एक और तो भारत के 5 करोड़ सनातनी महाकुंभ में डुबकी लगा रहें है वही दूसरी और सनातन धर्म का मूल तत्व गायमाता जिसके गोमूत्र में साक्षात गंगा जी है,जिसके गोबर में यमुना जी और जिव्हा में सरस्वती जी विराजमान है,उस त्रिवेणी संगम के मूल तत्व को भूलकर हम केवल टूरिस्ट बन रहें और सरकार एवं पुलिस आंखे बन्द करके गो हत्या एवं गो तस्करी का नंगा नाच होने दे रही है जिसमें समाज भी जिम्मेदार है और यही हाल रहा तो डायनासोर की तरह हिन्दू नाम का भी प्राणी हुआ करता था ऐसा इतिहास में पढ़ाया जाएगा क्योंकि हमारे आस्था के प्रतीक एवं सनातन के मूल प्राण तत्व गोवंश को सरेआम काटा जा रहा है,जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण कर्नाटक में पिछले 10 दिनों में बंगलोर में तीन गौमाताओं के थन काट दिए, ऐसे ही नजानगढ़ में एक नंदी की पूछ काट दी और उसी कर्नाटक में एक गर्भवती गोमाता का गला काटकर उसका पेट चीरकर उसमें से बछड़ा निकालकर उसका मांस नोचकर ले गए और आज मध्यप्रदेश रतलाम क्षेत्र से गुजर रहें 8 लेन हाईवे पर धामनोद में गो अभयारण्य की टीम ने आगर,डग,बडौद एवं मंदसौर,रतलाम जिले के गो रक्षकों के सहयोग से तस्करों के चंगुल से 8 नंदी बाबा को छुड़ाया अर्थात एक और तो हम गाल बजा रहें है कि हिंदू फल फूल रहा है ओर गर्व कर रहें है कि 5 करोड़ हिन्दू सनातनी महाकुंभ में डुबकी लगा रहें है और इधर गोवंश के साथ इस प्रकार की क्रूरता करके उनकी हत्या की जा रही हैं,आज वे गायमाता के थन एवं गला काट रहे है कल आपकी माता बहिनें एवं आपके साथ ऐसा कृत्य होगा। 
   स्वामीजी ने सभी सनातनियों को चेताया और कहां कि जब कल मौनी अमावस्या के पुण्य पर्व पर त्रिवेणी संगम में यह संकल्प लेते हुए डुबकी लगाएं कि जो गायमाता पर हाथ उठाएगा उसके हाथ काट दिए जाएंगे और कोई गायमाता का सिर काटेगा तो उसका सिर काट दिया जाएगा तब ही हमारा महाकुंभ में जाना सार्थक होगा क्योंकि वर्तमान में जो हो रहा है वह सनातन के लिए बड़ा खतरा है और उसके लिए शासन एवं समाज दोनों को ही विचार करने की आवश्यकता है ।
   
*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में राजस्थान के चुरु जिले के तारानगर तहसील से सहदेव रामावत, भगवानराम स्वामी , छगन लाल स्वामी, नीतीश सैनी एवं गंगाराम ढाका ग्राम भालेरी, दौसा जिले की लालसोट तहसील प्रभारी राहुल सैनी, उत्तरप्रदेश के मथुरा शहर प्रभारी रविकांत शर्मा 
गांव जनकपुरी जी ब्लॉक बीएसए इंजीनियरिंग कॉलेज मथुरा शहर ,विजय पटेल बरेली एवं उड़ीसा कटक जिला प्रभारी मनोज कुमार परीडा आदि की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*295 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 295 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के झालावाड जिले की पिड़ावा तहसील के देवची ग्राम की महिला मंडल अपने ग्राम,नगर की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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गोमाता गंगा,यमुना एवं सरस्वती रूपी त्रिवेणी संगम की साक्षात प्रतिमूर्ति है* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 296 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि आज भारतीय समाचार पत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो न केवल हिंदी पत्रकारिता के विकास को मान्यता देता है, बल्कि भारत में मीडिया की स्वतंत्रता और भूमिका को भी उजागर करता है। 1963 में भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार संघ ने 29 जनवरी को इस दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया था। तभी से, हर साल यह दिन भारतीय समाचार पत्रों के योगदान को सम्मानित करने के रूप में मनाया जाता है।
  पूज्य स्वामीजी ने मौनी अमावस्या के पुण्य पर्व पर बताया कि आज का दिन परमात्मा की शरणागति एवं पित्रों को तृप्त करने का दिन है और संभव हो तो आज के दिन वाणी से मौन नहीं तो कम से कम मन से तो मौन रहें और आज के दिन तीर्थ स्नान का बहुत महत्व है और सब तीर्थों का फल एक साथ चाहिए तो धेनु चरण से बढ़कर कोई स्थान नहीं है क्योंकि गोमाता के चरणों में 68 कोटि तीर्थ विद्यमान है और गोमाता के मूत्र में गंगा माता,गोबर में यमुना एवं जिव्हा में सरस्वती अर्थात गोमाता गंगा, यमुना एवं सरस्वती रूपी त्रिवेणी संगम की साक्षात प्रतिमूर्ति है और गोमाता के चरणों में रहने से सारे तीर्थों का फल मिल जाता है और गायमाता के चरणों से जो रज उड़कर शरीर से स्पर्श हो जाती है तो उसे वायो स्नान कहते है, जिसका स्नान त्रिवेणी स्नान से भी बढ़कर है ।
स्वामीजी ने बताया कि गैया के चरणों में आने के बाद एक अदभुत एवं दिव्य शान्ति मिलती है और सबसे बड़ी बात गो चरणों में रहने से राग,द्वेष खत्म हो जाता है और स्नेह भाव एवं पूरे संसार की सेवा करने का भाव पैदा हो जाता है अर्थात एक गैया की सेवा से सारे संसार की सेवा हो जाती है और सेवा जीवन का सार है और सेवा नहीं करेंगे तो ऊर्जा का सदुपयोग नहीं होगा क्योंकि एक दिव्य ऊर्जा के साथ ही हमने जन्म लिया है और उसमें कुछ सत्संग की ऊर्जा प्राप्त करले तो जीवन प्रकाशमान हो जाता है और गलत रास्ते में जाएं तो जीवन में पराजय आ जाती है,इसलिए जीवन में सत्संग अति आवश्यक है और इस कलिकाल में अगर आप नेत्रों से सत्संग देखना चाहते है तो वह है गैया मैया यानि गैया मैया पूर्ण सत्संग है।

    *30 जनवरी गुरुवार को दोपहर 12:30 बजे से जनपद सुसनेर में पंचायत स्तर पर संचालित सभी पंचायत स्तरीय गौशालाओं के संचालन मंडल,पंच, सरपंच ,सचिव एवं प्रत्येक पंचायत से 5 -7 युवा एवं भामाशाह विश्व के प्रथम गो अभयारण्य श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में गोशाला प्रबंधन का पाठ ग्वाल सन्त पूज्य स्वामी गोपालानंद जी से सीखेंगे,जिसका आस्था चेनल पर सीधा लाइव प्रसारण होगा ईट कल जनपद सुसनेर की और से भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई जाएगी*

*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले से सहसपुर लोहारा तहसील से बैसाखू मरकाम,जबलपुर की तहसील पनागर से योगेश तल्लारी,हरदा से भीम गिरी गोस्वामी, खण्डवा जिले के खालवा तहसील प्रभारी लक्ष्मण कलमे एवं राजस्थान के झालावाड़ जिले की छीपाबडौद तहसील प्रभारी संजय गडरिया,चुरु जिले की तारानगर तहसील से विकास सैनी आदि की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*296 वें दिवस पर गुजरात के बड़ोदरा से पूज्य रविंद्रानंद जी महाराज एवं कोटा से भारत भूषण मित्तल एवं श्रीमती विनोद मित्तल,अजमेर जिले के विजयनगर से ओमप्रकाश जेदिया एवं मंदसौर के गांव दलौदा सगरा महेश पटीदार व राजेश पाटीदार आदि अतिथि उपस्थिiत रहें*

*296 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान एवं मध्यप्रदेश से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 296 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राजस्थान के कोटा से बालचंद सिसोदिया मुथा ने अपने जन्मदिवस पर एवं जोधपुर से चम्पालाल, नंदकिशोर के परिवार की ओर से चम्पालाल की बेटियां व मध्यप्रदेश के करनालिया से भगवान सिंह, अमर सिंह 
रामसिंह, गोवर्धन एवं कृपालसिंह आदि अपने
ग्राम,नगर की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में भारत का पहला ग्वाल प्रशिक्षण शिविर 01फरवरी से* - स्वामी गोपालानंद सरस्वती


सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 298 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि प्राचीन समय से भारतवर्ष में मातृशक्ति हर कार्य में अग्रणी रहीं है,चाहे वह स्वतंत्रता आंदोलन तो या अन्य रचनात्मक कार्य उसमें मातृशक्ति की अहम भूमिका रही है और अब तो विश्व के प्रथम लोकतंत्र के मंदिर भारतीय संसद में भी मातृशक्ति को पुरुष शक्ति के बराबर का अधिकार दे दिया है तो फिर भगवती गोमाता के कार्य में मातृशक्ति अग्रणी क्यों न रहें उसी दृष्टि को ध्यान में रखते हुए आज पूज्य महाराज जी ने ग्वालशक्ति सेना(जी.एस.एस.)की भांति धेनु शक्ति संघ (डी. एस. एस) नामक संगठन की घोषणा की जो साध्वी कपिला गोपाल सरस्वती,साध्वी श्रद्धा गोपाल सरस्वती,साध्वी चारु गोपाल सरस्वती,साध्वी आराधना गोपाल सरस्वती एवं साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती साध्वी दीदी आदि गोपाल परिवार की साध्वी बहिनों के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में कार्य करेगा जिसके लिए प्रभारी के रूप में बहिन राधा गोपाल,बहिन श्यामा गोपाल,बहिन धेनु प्रिया गोपाल ,मुन्नी बाई जाख एवं प्रेम बाई, सज्जन बाई आदि की नियुक्ति की घोषणा कर आगामी 5 वर्षों में गो सेवा के लिए एक करोड़ मातृशक्ति को जोड़कर भारत में एक भी गो वंश दुःखी नहीं रहे और भारत में गौहत्या पर पूर्ण प्रतिबन्ध हो और गोमाता राष्ट्रमाता के सम्मानजनक पद पर स्थापित हो इसके लिए धेनु शक्ति संघ(DSS ) कार्य करेगा और धेनु शक्ति संगठन को संचालित करने वाली मातृशक्ति गोव्रती एवं पूर्ण व्यसन मुक्त रहकर कार्य करेगी क्योंकि सात्विकता के बिना शीर्ष पर नहीं पहुंचा जा सकता क्योंकि थोड़ा भी रजोगुण, तमोगुण एवं पराधीनता मन में रही तो हम लक्ष्य को अर्जित नहीं कर सकते और स्वाधीनता के बिना श्रेष्ठ जनहित के लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सकता ।

स्वामीजी ने आगे बताया कि भारत में गौसेवा के लिए कार्य करने वाली गोशालाओं में गो सेवा कार्य करने वाले अनुभवी ग्वालों की कमी रहती है उसको ध्यान में रखते हुए श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा ,कामधेनु गो अभयारण्य ,धेनु देवी फाउंडेशन एवं दृष्टिदेवी फाउंडेशन इन चारों के तत्वाधान में विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में भारत का पहलीबार ग्वाल प्रशिक्षण शिविर जो एक फरवरी 2025 से 28 फरवरी 2025 तक चलेगा, जिसमें देश भर से गोसेवा में अच्छा कार्य कर रहे अनुभवी गोसेवा प्रभारियों के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण दिया जाएगा और प्रशिक्षण के बाद उन ग्वालों को शत प्रतिशत रोजगार मिले और उन्हें सम्मानजनक मानदेय मिले उसके लिए दृष्टि देवी फाउंडेशन एवं धेनु धन फाउंडेशन कार्य करेगा ।

स्वामीजी ने आगे बताया कि भारत की प्रमुख नस्लों की गौमाताओं का संवर्धन हो इसके लिए धेनु दर्शन फाउंडेशन के गोवत्स बालकृष्ण जी महाराज के मार्गदर्शन में शीघ्र कार्य प्रारम्भ होगा ताकि देश भर के एक करोड़ परिवार में एक एक संवर्धित गोवंश की सेवा होती रहें ।

*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में मध्यप्रदेश के हरदा से अनिल जी गिते,उत्तरप्रदेश के प्रयागराज की सोराम से कृष्ण गोविंद पटेल,महाराष्ट्र के जालना जिले अंबड तहसील से दत्तात्रय बाबुराव सांगळे और राजस्थान के चुरु जिले के तारानगर तहसील प्रचार प्रमुख सत्यनारायण स्वामी, रामस्वरूप भालेरी ,रोहिताश अग्रवाल भालेरी आदि की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*298 वें दिवस पर कालू सिंह सोलंकी मनासा, रमेश चन्द गुर्जर, देवी सिंह गुर्जर, भौनी सिंह गुर्जर,हेमराज गुर्जर नाथूखेड़ी आदि अतिथि उपस्थिiत रहें*

*298 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के सुसनेर तहसील से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 298 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले के सुसनेर तहसील के जाख ग्राम से घीसु लाल, पन्ना लाल,गोकुल सिंह,बाबू लाल, पवन, दीनानाथ,रामसिंह,शिवनारायण, करण, गोकुल,सत्यनारायण शर्म एवं घीसु लाल के साथ सेंकड़ों मातृशक्ति एवं युवा अपने ग्राम की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए 56 भोग एवं चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
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